
बाइडेन ने किम जोंग उन को कहा था ‘हलो’, उत्तर कोरिया ने दनादन 3 मिसाइलें दागकर भेजा ‘जवाब’
प्योंगयोंग/टोक्यो, मई 25: दक्षिण कोरिया और जापान में पांच दिन बिताने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जैसे ही जापान से अमेरिका के लिए निकले, ठीक वैसे ही उत्तर कोरिया ने बुधवार सुबह सूबह एक के बाद एक तीन बैलिस्टिक मिसाइलें जापानी सागर में दागी हैं। अमेरिकी अधिकारी पिछले एक हफ्ते से इस बात की संभावना जता रहे थे, कि बाइडेन के दक्षिण कोरिया और जापान दौरे के दौरान उत्तर कोरिया मिसाइल दाग सकता है और बाइडेन ने जाते ही उत्तर कोरिया ने ऐसा कर दिया है।

उत्तर कोरिया ने दागी मिसाइलें
यूएस इंडो-पैसिफिक ने दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ और जापान के रक्षा मंत्री के साथ उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल दागने की पुष्टि की गई है। यूएस इंडो-पैसिफिक के एक बयान में कहा गया है, 'हालांकि यह घटना अमेरिकी कर्मियों या क्षेत्र या हमारे सहयोगियों के लिए तत्काल खतरा पैदा नहीं करती है, लेकिन ये मिसाइल प्रक्षेपण डीपीआरके के अवैध हथियार कार्यक्रम के अस्थिर प्रभाव को उजागर करता है'। बयान में कहा गया है कि, 'कोरिया गणराज्य और जापान की रक्षा के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता लोहे की तरह मजबूत है।' वहीं, व्हाइट हाउस ने भी मंगलवार रात कहा है, राष्ट्रपति के वॉशिंगटन आने के बाद उन्हें उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइलों के लांच करने को लेकर ब्रीफिंग दी गई है।

किम जोंग को कहा था ‘हलो’
अमेरिका के राष्ट्रपति जब दक्षिण कोरिया के दौरे पर आए थे, उस वक्त से ही आशंका जताई जा रही थी, कि उत्तर कोरिया मिसाइलोंका परीक्षण कर सकता है या मिसाइलें दाग सकता है। वहीं, बाइडेन के दक्षिण कोरिया दौरे के दौरान उनसे उत्तर कोरिया की मिसाइल सनक को लेकर कई सवाल पूछे गये थे। वहीं, जब उनसे पूछा गया था, कि क्या उनके पास उत्तर कोरिया के तानाशाह के लिए कोई संदेश है, तो उन्होंने सिर्फ 'हलो' कहा था। हालांकि, बाद में जो बाइडेन ने यह भी कहा था, कि 'उत्तर कोरिया जो कुछ भी करता है उसके लिए हम तैयार हैं। अगर आप यही पूछ रहे हैं तो मुझे कोई चिंता नहीं है।' हालांकि, कोविड से परेशान उत्तर कोरिया को कोविड वैक्सीन भेजने पर बाइडेन ने कहा था, कि अमेरिका की तरफ से उत्तर कोरिया को कोविड टीके भेजने का ऑफर दिया गया था, लेकिन उत्तर कोरिया ने कोई जवाब नहीं दिया।

उत्तर कोरिया बनाम अमेरिका
जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से पूछा गया, कि क्या वो उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे, क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो उनसे तीन बार मुलाकात की थी, इस सवाल के जवाब में जो बाइडेन ने कहा कि, 'जहां तक मैं उत्तर कोरिया के नेता से मिलूंगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या वह ईमानदार रहते हैं और क्या यह गंभीर रहते हैं।' वहीं, अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जेक सुलिवन ने कहा कि, यह 'ईमानदारी से अनुमान लगाना कठिन' है, कि किम जोंग उन ने अभी तक मिसाइलों या परमाणु हथियारों का परीक्षण क्यों नहीं किया, जबकि बाइडेन दक्षिण कोरिया में थे। सुलिवन ने रविवार को जापान जाते समय एयर फ़ोर्स वन में संवाददाताओं से कहा कि, 'और जब भी लोग यह अनुमान लगाना शुरू करते हैं कि उत्तर कोरिया क्या कर सकता है या नहीं कर सकता है, तो उनकी उम्मीदें किसी न किसी तरह से विफल हो जाती हैं।"

परमाणु परीक्षण की है आशंका
उत्तर कोरिया इस वक्त खतरनाक कोविड संक्रमण में फंसा हुआ है, लेकिन उत्तर कोरिया का अचानक कोविड संक्रमण में फंसना और लाखों मरीजों का कोविड संक्रमित मिलना और फिर पूरे देश में अत्यंत सख्त लॉकडाउन लगा दिया जाना... विश्लेषकों के मन में शक पैदा कर रहा है, कि क्या उत्तर कोरिया कोरोना संक्रमण का बहाना बनाकर परमाणु बम का परीक्षण करने वाला है? विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि किम उत्तर कोरिया की आबादी को विनाशकारी कोविड -19 के प्रकोप से विचलित करने के लिए अपनी परमाणु परीक्षण योजनाओं को तेज कर सकते हैं। आपको बता दें कि, पिछले कुछ महीनों से लगातार रिपोर्ट्स आ रही हैं, कि उत्तर कोरिया परमाणु बम का परीक्षण करने वाला है और इसके लिए उत्तर कोरिया अपने उस सुरंग की फिर से मरम्मत करवा रहा है, जिसके जरिए पिछली बार उत्तर कोरिया ने परमाणु बम का परीक्षण किया था।

बड़े मिशन की तरफ है उत्तर कोरिया?
इसी साल मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में दक्षिण कोरिया ने कहा था कि, उत्तर कोरिया अपने सुनसान इलाके पुंगये-री में अपने परमाणु परीक्षण स्थल तक पहुंचने के लिए एक सीक्रेट सुरंग की मरम्मत कर रहा है। दक्षिण कोरिया ने अनुमान लगाते हुए कहा था कि, 17 सितंबर के आसपास उत्तर कोरिया की तरफ से परमाणु बम का परीक्षण किया जा सकता है। उत्तर कोरिया द्वारा अपनी विशाल ह्वासोंग -17 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण के कुछ ही दिनों बाद दक्षिण कोरिया की तरफ से ये चेतावनी दी गई थी, जिसकी क्षमता अमेरिका तक वार करने की है। लेकिन, अचानक उत्तर कोरिया का कोविड संकट में फंस जाना और कोविड महामारी के बारे में दुनिया को लगातार खबरें बताना, उत्तर कोरिया पर शक पैदा करता है, क्योंकि उत्तर कोरिया से किसी खबर को बाहर निकलने में कई हफ्तों का वक्त लगता है, लेकिन इस वक्त उत्तर कोरिया लगातार कोविड बुलेटिन जारी कर रहा है और किम जोंग ने तो उत्तर कोरिया के लिए कोविड को तबाही तक करार दिया है।
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