नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन के पिता और दादा की लाश आज भी 'जिंदा'
प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल और उनके दादा किम जोंग इल सुंग के निधन को काफी समय हो गया है लेकिन आज तक यह नॉर्थ कोरिया में मौजूद हैं। इन दोनों के शवों को आज भी प्योंगयांग ने संभाल कर रखा है। न्यूज एजेंसी रायॅटर्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इन दोनों नेताओं के शवों को कुमसुसन मेमोरियल पैलेस में संभाल कर रखा गया है। यह महल ही इन दोनों के शवों को रखने के लिए बनवाया गया था।
रूस की मदद से शवों का संरक्षण
न्यूज एजेंसी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सैंकड़ों सैनिक इस पैलेस की देखभाल में हर पल तैनात रहते हैं। जो बात इस खबर को और दिलचस्प बना देती है वह है इस पूरी प्रक्रिया में रूस की ओर से जारी अप्रत्यक्ष सहयोग। रूस की लेनिन लैब की ओर से इन शवों की देखभाल की जाती है। आपको बता दें कि रूस के नेता व्लादिमिर लेनिन के शव को भी उनकी मृत्यु के कई दशकों बात तक सहेज कर रखा गया है। लेनिन लैब के वैज्ञानिकों की टीम एक पूरी टीम किम जोंग के पिता और उनके दादा के शवों को संरक्षित करने का काम करती है।
एम्बामिंग टेक्निक से शव रहते हैं सुरक्षित
इस टीम में शामिल वैज्ञानिक एम्बामिंग के जरिए इनकी लाशों को फ्लेक्सिबल और त्वचा को जवां बनाए रखते हैं। लेनिन लैब टीम में शामिल एक प्रोफेसर ऐलेक्स यॉचक ने रायटर्स के साथ बातचीत में कहा कि मॉस्को स्थित लेनिन लैब में ही एम्बामिंग होती है, लेकिन किम जोंग के परिवार के सदस्यों की एम्बामिंग, प्योंगयांग में बनी लैब में किया जाता है। इन लाशों की एम्बामिंग में कई महीनों का समय लग जाता है। वहीं करीब दो वर्ष के बाद मॉस्को के वैज्ञानिक इन शवों की एम्बामिंग करते हैं। प्योंगयांग में यह रिवाज है कि जो भी कुमसुसन पैलेस में आता है उसे, तीन बार झुक कर इन शवों का अभिवादन करना पड़ता है। साल 2016 में मॉस्को में रिलीज एक रिपोर्ट में कहा गया था कि किम जोंग के पिता और दादा के शवों की एम्बामिंग में पहली बार करीब 2 लाख डॉलर यानी 1 करोड़ 41 लाख का खर्च आया था।