
किम जोंग दागेंगे परमाणु बम, कोरोना से दुनिया को कर रहे गुमराह? घातक सुरंग पर विशेषज्ञों की चेतावनी
प्योंगयोंग, मई 15: विनाशक हथियार बनाने के मामले में अमेरिका से होड़ लगाने वाले किम जोंग उन शायद आज सोच रहे होंगे, कि अगर उन्होंने कुछ मिसाइलें कम बनाकर उन पैसों के देश की अस्पतालों का विकास करने पर लगाते, तो शायद आज स्थिति कुछ बेहतर हो सकती थी। लेकिन, अपनी परमाणु सनक के लिए कुख्यात किम जोंग उन की वजह से उत्तर कोरिया बहुत बुरी स्थिति में फंस गया है, क्योंकि उत्तर कोरिया की आर्थिक स्थिति पहले से ही बहुत खराब थी और अब कोविड विस्फोट ने लोगों की हालत खराब कर दी है। वहीं, उत्तर कोरिया के अचानक महामारी की चपेट में फंसने की बात पर कई विश्लेशकों ने शक जताया है और कहा है, कि क्या उत्तर कोरिया परमाणु बम का परीक्षण तो नहीं करने वाला है? और दुनिया को भटकाने के लिए कोविड का बहाना तो नहीं बना रहा है।

उत्तर कोरिया में कोविड से सनसनी
उत्तर कोरिया ने रविवार को "बुखार" से 15 और लोगों की मौत हो गई है, जिसकी पुष्टि उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार ने की है और उत्तर कोरिया ने कोविड -19 विस्फोट के बाद पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया है। उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार ने कहा है कि, अज्ञात बुखार से देश में अभी तक 42 लोग मारे गये हैं, वहीं 8 लाख 20 हजार 620 लोग कोविड संक्रमित हैं, जिनमें से 3 लाख 24 हजार 550 लोगों का इलाज किया जा रहा है। वहीं, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा है कि, कोविड प्रकोप ने उत्तर कोरिया में "बड़ी उथल-पुथल" पैदा कर दी है।

पूरे देश में सख्त लॉकडाउन
उत्तर कोरिया के सरकारी न्यूज एजेंसी ने कहा कि, "देश के सभी प्रांतों, शहरों और काउंटियों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और काम करने वाली इकाइयां, उत्पादन इकाइयां और आवासीय इकाइयों को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है'। उत्तर कोरिया की स्थिति इसलिए भी काफी ज्यादा बिगड़ गई है, क्योंकि उत्तर कोरिया में लोगों का वैक्सीनेशन ही नहीं किया गया है और उत्तर कोरिया की बड़ी आबाजी वैक्सीन से महरूम है। उत्तर कोरिया ने डब्ल्यूएचओ के कोवैक्स प्रोग्नाम में भी शामिल होने से इनकार कर दिया था, लिहाजा अब जब कोविड संक्रमण उत्तर कोरिया में पहुंचा है, वो खतरनाक कहर बरपा रहा है।

‘कोरोना संक्रमण, बड़ी तबाही’
उत्तर कोरिया ने गुरुवार को पुष्टि की थी, कि राजधानी प्योंगयांग में अत्यधिक संक्रामक ओमाइक्रोन संस्करण का पता चला है, जिसके बाद किम जोंग उन ने देशव्यापी लॉकडाउन का आदेश दे दिया था। उत्तर कोरिया ने पहली बार माना है कि, देश मे कोविड संक्रमण फैल चुका है। किम जोंग उन ने शनिवार को उत्तर कोरिया के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि, 'डीपीआरके की स्थापना के बाद से हमारे देश में घातक बीमारी का प्रसार एक बड़ी उथल-पुथल है।" वहीं, उत्तर कोरिया में स्वास्थ्य व्यवस्था दुनिया के सबसे ज्यादा खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में से एक है और खुद किम जोंग उन ने कोरोना महामारी के शुरूआती दौर में कबूल किया था, कि अगर उत्तर कोरिया में कोविड संक्रमण फैलता है, तो देश में लोगों को इलाज नहीं मिल पाएगा। लिहाजा, उन्होंने उत्तर कोरिया की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया था और दिसंबर 2020 के बाद से उत्तर कोरिया में एक भी शख्स नहीं जा पाया है।

उत्तर कोरिया की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था
उत्तर कोरिया में अस्पतालों की संख्या कम तो हैं ही, इसके साथ ही साथ उत्तर कोरिया के अस्पतालों में एंटी वायरल दवाओं की भारी किल्लत है। वहीं, उत्तर कोरिया के अस्पतालों के पास कोविड वैक्सीन भी नहीं हैं। उत्तर कोरिया में एक छोटी सी आबादी को ही कोविड वैक्सीन लगाई गई है, जो उसे चीन की तरफ से भेजा गया था। लेकिन, अब जब उत्तर कोरिया कोविड महामारी में बुरी तरह से फंस गया है, तो दक्षिण कोरिया और चीन ने उसे वैक्सीन देने की पेशकश की है, लेकिन अभी तक उत्तर कोरिया की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है।

दुनिया को भटकाने के लिए कोविड का बहाना?
उत्तर कोरिया का अचानक कोविड संक्रमण में फंसना और एक हफ्ते में मरीजों की संख्या का बढ़कर आठ लाख के आंकड़े को पार कर जाना और पूरे देश में अत्यंत सख्त लॉकडाउन लगा दिया जाना... विश्लेषकों के मन में शक पैदा कर रहा है, कि क्या उत्तर कोरिया कोरोना संक्रमण का बहाना बनाकर परमाणु बम का परीक्षण करने वाला है? विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि किम उत्तर कोरिया की आबादी को विनाशकारी कोविड -19 के प्रकोप से विचलित करने के लिए अपनी परमाणु परीक्षण योजनाओं को तेज कर सकते हैं। आपको बता दें कि, पिछले कुछ महीनों से लगातार रिपोर्ट्स आ रही हैं, कि उत्तर कोरिया परमाणु बम का परीक्षण करने वाला है और इसके लिए उत्तर कोरिया अपने उस सुरंग की फिर से मरम्मत करवा रहा है, जिसके जरिए पिछली बार उत्तर कोरिया ने परमाणु बम का परीक्षण किया था।

परमाणु बम परीक्षण करेगा उत्तर कोरिया?
इसी साल मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में दक्षिण कोरिया ने कहा था कि, उत्तर कोरिया अपने सुनसान इलाके पुंगये-री में अपने परमाणु परीक्षण स्थल तक पहुंचने के लिए एक सीक्रेट सुरंग की मरम्मत कर रहा है। दक्षिण कोरिया ने अनुमान लगाते हुए कहा था कि, 17 सितंबर के आसपास उत्तर कोरिया की तरफ से परमाणु बम का परीक्षण किया जा सकता है। उत्तर कोरिया द्वारा अपनी विशाल ह्वासोंग -17 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण के कुछ ही दिनों बाद दक्षिण कोरिया की तरफ से ये चेतावनी दी गई थी, जिसकी क्षमता अमेरिका तक वार करने की है। लेकिन, अचानक उत्तर कोरिया का कोविड संकट में फंस जाना और कोविड महामारी के बारे में दुनिया को लगातार खबरें बताना, उत्तर कोरिया पर शक पैदा करता है, क्योंकि उत्तर कोरिया से किसी खबर को बाहर निकलने में कई हफ्तों का वक्त लगता है, लेकिन इस वक्त उत्तर कोरिया लगातार कोविड बुलेटिन जारी कर रहा है और किम जोंग ने तो उत्तर कोरिया के लिए कोविड को तबाही तक करार दिया है।

क्या होगा सुरंग की मरम्मत का काम पूरा?
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने मार्च महीने में कहा था कि, उत्तर कोरिया काफी तेजी से परमाणु बम परीक्षण के लिए निर्माण कार्य कर रहा है और ऐसा लग रहा है, कि अगले एक महीने में उत्तर कोरिया सुरंग का पूरी तरह से निर्माण कर लेगा। और दक्षिण कोरिया के इस दावे के अब दो महीने से ज्यादा वक्त बीत चुके हैं, इसीलिए शक और भी ज्यादा गहरा गया है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि योनहाप में उत्तर किराया एक छोटे सामरिक परमाणु हथियार का परीक्षण कर सकता है, जिसे बैलिस्टिक मिसाइलों पर लोड किया जा सकता है। हालांकि, छोटे परमाणु बम बड़े थर्मोन्यूक्लियर बमों की तुलना में कम खतरे की तरह लग सकते हैं। लेकिन, हथियार नियंत्रण विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि, वे परमाणु हथियारों की तैनाती की सीमा को भले ही कम कर देते हैं, लेकिन इन हथियारों को असल में इस्तेमाल करने के लिए ही निर्माण किया जाता है। आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन का अनुमान है कि उत्तर कोरिया के पास वर्तमान में लगभग 40 से 50 परमाणु बम मौजूद हैं। आपको बता दें कि, उत्तर कोरिया को परमाणु बम बनाने की टेक्नोलॉजी पाकिस्तान ने पैसे लेकर दी थी।
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