प्रोटीन के विकास पर 3 वैज्ञानिकों को रसायन शास्त्र के क्षेत्र में मिला नोबेल पुरस्कार
नई दिल्ली। रसायन शास्त्र के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा बुधवार को कर दी गई। पहले हाफ के लिए फ्रांसिस एच. अर्नाल्ड (अमेरिका) के नाम की घोषणा की गई है जबकि दूसरे हाफ के लिए संयुक्त रूप से जॉर्ज स्मिथ (अमेरिका) और सर ग्रेगरी पी. विंटर (ब्रिटिश) के नाम का ऐलान किया गया है। सोमवार को इन प्रतिष्ठित पुरुस्कारों की शुरुआत हुई थी। खास प्रोटीन विकसित करने के लिए इन्हें यह पुरस्कार दिया जाएगा।
साल 2018 का रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश वैज्ञानिक को साझा रूप से दिया जाएगा। उन्हें एक खास प्रोटीन विकसित करने के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। साइंस अकादमी ने कहा कि साइंस एकेडमी ने कहा कि इन तीनों वैज्ञानिकों ने ऐसे प्रोटीन विकसित किए जिसने इंसानों की रासायनिक समस्याओं को सुलझाया।
इस बार साहित्य के क्षेत्र में किसी भी हस्ती को नोबेल पुरस्कार नहीं दिए जाने का फैसला किया गया है। पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जा रहा है। स्वीडन में सांस्कृतिक गतिविधियों का बड़ा नाम माने जाने वाले फ्रांसीसी नागरिक ज्यां-क्लाउड अर्नोल्ट पर यौन आरोपों और वित्तीय अपराध के आरोप लगे हैं। इससे अकादमी की छवि को बेहद नुकसान पहुंचा है।
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ये पुरस्कार नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दिया जाता है।