अमेरिका के रक्षा मंत्री बोले-ईरान की तरफ से होने वाले हमलों की साजिश के सुबूत नहीं
वॉशिंगटन। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने ईरान पर एक नया बयान देकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कनफ्यूज कर दिया है। रक्षा मंत्री और पेंटागन चीफ मार्क एस्पर ने कहा है कि उनके पास इस बात के ठोस सुबूत नहीं हैं कि ईरान, अमेरिकी दूतावासों पर हमले की साजिश कर रहा है। एस्पर से अलग ट्रंप ने कहा था कि उनका अनुमान है ईरान आने वाले दिनों में अमेरिकी दूतावासों को निशाना बना सकता है। एस्पर का यह बयान ऐसे समय आया है जब रविवार को ईरान ने अमेरिकी रक्षा संस्थानों पर फिर से मिसाइल हमले किए हैं।
'मेरे पास कोई इंटेलीजेंस नहीं'
न्यूज चैनल सीबीएस के 'फेस द नेशन' कार्यक्रम में एस्पर ने कहा कि उनके पास इंटेलीजेंस अधिकारियों की तरफ से दिए गए ऐसे सुबूत नहीं हैं, जिनमें ईरान की तरफ से हमलों की योजना का पता चले। एस्पर ने हालांकि ट्रंप के उस बयान से सहमति जताई है कि ईरान, दूतावासों पर हमला कर सकता है। एस्पर ने इसके साथ ही यह भी कहा कि फॉक्स न्यूज पर ट्रंप ने जो बयान दिया था वह किसी भी खास सुबूत पर आधारित नहीं था। एस्पर के शब्दों में, 'जो भी राष्ट्रपति ने कहा था वह शायद दूतावासों पर होने वाले अतिरिक्त हमलों के बारे में था। राष्ट्रपति ने किसी खास सुबूत के बारे में कोई बात नहीं की थी।' जब उनसे पूछा गया कि क्या इंटेलीजेंस ऑफिसर्स ने इस पर कोई ठोस सुबूत उन्हें दिया है तो उनका जवाब था, 'चार दूतावासों पर हमले से जुड़ी कोई खास जानकारी मेरे पास नहीं आई है।'
कांग्रेस ने कार्रवाई पर उठाए सवाल
अमेरिकी सेना ने बगदाद में हुई एक एयर स्ट्राइक में ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी को मार दिया था। इसके बाद से लगातार ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि ईराक और इस क्षेत्र में अमेरिकी राजनयिकों और सर्विस मेंबर्स पर हमले के खतरे के चलते यह कार्रवाई करनी पड़ी थी। अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्यों ने सुलेमानी पर हुए हमले पर सफाई मांगी है। उनका कहना है कि ट्रंप प्रशासन ने उन्हें जो कुछ बताया है, उससे वह संतुष्ट नहीं हैं।