बांग्लादेश में बिना विपक्ष की संसद कल होगी तैयार, बीएनपी के सांसद नहीं लेगें शपथ
ढाका। बांग्लादेश में विपक्ष का सफाया करने के बाद शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के सांसद गुरुवार (3 जनवरी, 2019) जनवरी को शपथ लेंगे। बांग्लादेश में नई कैबिनेट का गठन 10 जनवरी को होगा। इस बीच चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) के सांसदों ने कहा है कि वे शपथ नहीं लेंगे। 30 दिसंबर को हुए आम चुनाव में अवामी लीग ने 300 में से 298 सीटों पर कब्जा किया, वहीं मुख्य विपक्ष पार्टी बीएनपी सिर्फ पांच सीटों पर ही सिमट गई। बता दें कि बांग्लादेश में इस प्रकार के चुनावी परिणाम की दुनियाभर में आलोचना हो रही है। कई राजनीतिक विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि चुनाव में जमकर धांधली हुई है।
जेल में बंद खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी को चुनाव में सिर्फ पांच सीटों पर जीत मिली हैं। बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए फिर से चुनाव कराने की मांग की है। बीएनपी के अलावा उनकी सहयोगी पार्टी जमात-ए-इस्लामी और जतिया ओइक्या फ्रंट ने भी चुनाव का बहिष्कार किया है। हालांकि, चुनाव आयोग ने फिर से चुनाव कराने की मांग को ठुकरा दिया है।
बीएनपी ने अनियमितताओं और वोटों की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी के सांसद-चुनाव शपथ नहीं लेंगे, क्योंकि वे पहले ही परिणाम खारिज कर चुके हैं। डेली स्टार न्यूजपेपर से बात करते हुए पार्टी ने बीएनपी ने कहा कि पार्टी चेयरपर्सन गुलशन कार्यालय में आयोजित स्थायी समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बीएनपी के जनरल सेक्रेटरी मिर्जा फखरूल इस्लाम आलमगिर ने कहा, 'हमने चुनावों का बहिष्कार कर दिया है और हम लगातार कानूनी लड़ाई लड़ते रहेंगे।'
बोगुरा-6 निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले आलमगिर ने कहा कि यह साबित हो गया है कि किसी भी दलगत सरकार के तहत एक विश्वसनीय चुनाव संभव नहीं है। उन्होंने कहा, 'राज्य मशीनरी का उपयोग करने वाली सरकार ने इस तरह के एक चुनाव का आयोजन किया, जो मुझे लगता है कि देश में अब तक का सबसे कलंकित चुनाव है।' उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिकांश नए मतदाताओं को वोट देने के उनके अधिकार से वंचित कर दिया गया था।