18 मार्च को नहीं आएगा बड़ा तूफान, लेकिन इस आशंका से नहीं किया जा सकता इनकार
Recommended Video
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से तमाम मीडिया संस्थान इस बात को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं कि 18 मार्च को धरती पर एक बड़ा चुंबकीय तूफान आ सकता है, लेकिन इस खबर को नेशनल ओसिएनिक एंड एटमॉस्फेयर एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने गलत ठहरा दिया है। एनओएए के मुखिया बॉब रटलेज का कहना है कि यह खबर किसी भी तरह से सही नहीं है, अंतरिक्ष में सबकुछ बेहतर है। आपको बता दें कि एनओएए मौसम के बारे में जानकारी हासिल करने और अंतरिक्ष के मौसम की जानकारी हासिल करने में मदद करता है।
निम्न स्तर का होगा तूफान
सोमवार को धरती पर चुंबकीय तूफान की खबर विज्ञान के क्षेत्र की सबसे बड़ी खबर के रूप में सामने आई थी, लेकिन अधिकतर खबरें रशिया लेबडेब इंस्टीट्यूट के द्वारा जारी किए गए चार्ट को गलत तरीके से पेश किए जाने से जुड़ी थीं। इस इंस्टीट्यूट की ओर से कहा गया था कि 18 मार्च को मामूली सी घटना देखने को मिल सकती है। इसमे कहा गया था कि 18 मार्च को मामूली खगोलीय हलचल हो सकती है, जिसकी वजह से तूफान आ सकता है। इसमे कहा गया था। आपको बता दें कि रेखीय तूफान को स्केल जी1 से जी5 तक मापा जाता है।
नहीं आएगा कोई तूफान
रशियन इंस्टीट्यूट की ओर से कहा गया था कि यह तूफान जी1 लेवल का हो सकता है जोकि काफी हल्का है, यह अक्सर आता रहा है। हर वर्ष यह मामूली तूफान 2000 बार आता है। ऐसे में अगर जी5 स्तर का तूफान आता है तो वह काफी भयावह हो सकता है और बड़ी त्रासदी ला सकता है। लिहाजा रियन इंस्टीट्यूट की ओर से इस तरह की किसी भी संभावना से इनकार किया गया है।
जारी की गई थी चेतावनी
आपको बता दें कि इससे पहले चेतावनी देते हुए बताया गया था कि धरती से एक सौर तूफान या सोलर स्ट्रॉम टकराने वाला है। दरअसल सूरज से निकलने वाली दो किरणों या सोलर फ्लेयर्स को रिकॉर्ड किया है और इसके आधार पर ही यह चेतावनी जारी की गई थी। नासा का कहना था कि किरणों की वजह से सोलर स्टॉर्म पैदा हुआ है जो बुधवार को धरती के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है। इसके नतीजे काफी बुरे हो सकते हैं। इस तूफान की वजह से दुनिया के तमाम हिस्सों में बिजली गुल हो सकती है।