अमेरिकी परिवार के नौ लोगों की मेक्सिको में बेहरमी से हत्या, गाड़ियों में लगा दी आग
मेक्सिको सिटी। अमेरिकी परिवार के नौ सदस्यों की मेक्सिको में बेरहमी से हत्या हो गई है। इन्हें मेक्सिको के ड्रग तस्करों ने निशाना बनाया है। मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। जांच करने वाली एजेंसी का कहना है कि उन्होंने एक शख्स को पकड़ लिया है। जिसके पास से कई राइफल और भारी मात्रा में गोला-बारूद मिला है।
इन आपराधिक समूहों ने सोमवार को अमेरिका-मेक्सिको सीमा के पास से गुजर रही दो गाड़ियों पर हमला कर दिया था। इनमें महिलाएं और बच्चे सवार थे। मेक्सिको के अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों में तीन महिलाएं, चार बच्चे और दो नवजात शामिल हैं। आठ बच्चे ऐसे भी हैं, जो जीवित बच गए हैं।
इनके परिवार के एक सदस्य का कहना है कि शाम के समय जब ये लोग सोनोरा से चिहुआहुआ राज्य के बीच यात्रा कर रहे थे, तब इनपर हमला किया गया। हालांकि गिरफ्तार किए गए शख्स की अभी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। बताया जा रहा है कि अपराध को अंजाम देने वाला समूह ड्रग्स और अप्रवासियों की तस्करी करता है।
तीनों गाड़ियों को महिलाएं चला रही थीं
जानकारी के मुताबिक ये तीनों गाड़ी महिलाएं चला रही थीं, जिसमें उनके बच्चे भी सवार थे। एक महिला अपने पति को लेने जा रही थी, दूसरी महिला अपने पति से मिलने उत्तरी डकोटा जा रही थी और तीसरी महिला पड़ोसी राज्य चीहुआहुआ में अपने परिवार से मिलने जा रही थी। इनमें से एक गाड़ी का टायर खराब हो गया था, तो उसमें सवार महिला अपने रिश्तेदार की गाड़ी में पीछे जाकर बैठ गई।
इन सभी गाड़ियो पर पहले बुलेट से हमला किया गया और बाद में आग लगा दी गई। जब तक परिवार के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक गाड़ियां खाक बन चुकी थी और उसमें सवार लोगों की हड्डियां दिख रही थीं। गाड़ी के बाहर और अंदर शवों के अवशेष पड़े थे।
इस परिवार को ही क्यों बनाया निशाना?
लीबरोन परिवार का मैक्सिकन ड्रग कार्टेल्स के साथ संघर्ष का इतिहास रहा है। जिससे पता चलता है कि इन लोगों को ही क्यों निशाना बनाया गया था। ये बात पूर्व मेक्सिकन विदेश मंत्री जॉर्ज कैस्टेनेडा ने बताई है। इससे पहले भी ये समूह इस परिवार के कई सदस्यों को अपने साथ ले गए हैं। सोमवार को हुई घटना उनके लिए पहली नहीं है। ये परिवार मेक्सिको-अमेरिकी सीमा के पास रहता है।
पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि लेबरोन समुदाय को 2011 के बाद से आसपास तैनात 90 संघीय पुलिसकर्मियों का संरक्षण प्राप्त था, क्योंकि परिवारों और आपराधिक समूहों के बीच तनाव था। वर्तमान सरकार ने इस साल की शुरुआत में काफी हद तक उस सुरक्षा को वापस ले लिया गया था। यह स्पष्ट नहीं है कि सभी 90 पुलिसकर्मियों को वापस ले लिया गया है या उनमें से कुछ को ही लिया गया है।
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