न्यूटन की भविष्यवाणी: 40 साल में आने वाली आपदा से खत्म हो जाएगी दुनिया
नई दिल्ली। न्यूटन ने न सिर्फ गुरुत्वाकर्षण की खोज की थी, बल्कि दुनिया के खत्म होने की भविष्यवाणी भी की थी। प्रसिद्ध ब्रिटिश वैज्ञानिक ने व्यापक रूप से बाइबल के ग्रंथों पढ़ने और उनका अध्ययन करने के बाद कहा है कि पृथ्वी 2060 में एक बार फिर से "रीसेट" होगी और धरती 'किंगडम ऑफ गॉड' होगी। यानी की पृथ्वी पर एक बार फिर से भगवान अवतरित होंगे। सर आइजक न्यूटन एक अंग्रेजी गणितज्ञ, खगोलविद, धर्मविज्ञानी, लेखक और भौतिक विज्ञानी थे, जिन्हें व्यापक रूप से सबसे प्रभावशाली वैज्ञानिकों में से सबसे ज्यादा मान्यता प्राप्त थी। न्यूटन विज्ञान की क्रांति में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
1643 में पैदा हुए न्यूटन को एक अंतर्दृष्टिपूर्ण धर्मविज्ञानी माना जाता था, जिसने ईश्वर और धर्म के अस्तित्व में जीवनभर रूचि रखी थी। उन्होंने बाइबल को व्यापक रूप से पढ़ा था और उनके कई तर्क धर्म से जुड़े हुए थे। न्यूटन के नए सेट 'Jehovah Sanctus Unus' में पृथ्वी पर जीवन खत्म होने की भविष्यावाणी की है। न्यूटन लिखते हैं, 'यह बाद में समाप्त हो सकता है, लेकिन मुझे जल्द खत्म होने का कोई कारण नहीं दिखता है।'
उनके अनुसार, 2060 में एक नए दौर की शुरुआत होगी। न्यूटन ने कहा कि भले ही युद्ध हो या आपदाओं के साथ, लेकिन आखिरकार एक नए दिव्य युग की शुरुआत होनी है। न्यूटन के दावे की भविष्यवाणी ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर फ्लॉरियन फ्रिट्सटेटर ने अनपी 'Isaac Newton: The A-hole Who Reinvented the Universe' में किया है।
उन्हें आश्वस्त था कि भविष्य की घटनाओं को भगवान द्वारा पहले से ही नियुक्त किया गया था। बाइबल से न्यूटन ने कुछ 'भविष्यवाणी' समय की अवधि निकाली है। बता दें कि इसी साल इस साल जनवरी में परमाणु वैज्ञानिकों के बुलेटिन ने चेतावनी देते हुए कहा था कि दुनिया आपदा के करीब है। हालांकि, अकेले ऐसे वैज्ञानिक नहीं है, जिन्होने दुनिया के खत्म होने की बात कही है, हाल ही में स्टीफन हॉकिंग ने अपनी मौत से दो सप्ताह पहले दुनिया का अस्तित्व खत्म होने की बात करे चुके है।