न्यूजीलैंड को कोराना से मुक्ति दिलाने वाली पीएम की शख्सियत की रेयरेस्ट बातें
क्राइस्टचर्च। न्यूजीलैंड दुनिया का शायद पहला ऐसा देश बन गया है जो अब कोरोना वायरस से मुक्त हो चुका है। देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री जेसिंदा आरड्रेन ने इस बारे में ऐलान किया और घोषणा की कि देश में अब सभी प्रतिबंधों को हटाया जा रहा है। मार्च 2019 में क्राइस्टचर्च में हुए आतंकी हमले के बाद यह पीएम जेसिंदा की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। लोग उनकी लीडरशिप की वाहवाही करते नहीं थक रहे हैं और दुनियाभर में उनकी मिसाल दी जाने लगी है। आज जानिए उनके बारे में कुछ ऐसे तथ्यों के बारे में जिन्होंने उन्हें एक मजबूत महिला का खिताब भी दिया है।
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पिता रहे हैं एक पुलिस ऑफिसर
जेसिंदा ने साल 2017 में न्यूजीलैंड की कमान संभाली थी। 26 जुलाई 1980 को जेसिंदा का जन्म हैमिल्टन में हुआ। उनके पिता रॉस आरड्रेन एक पुलिस ऑफिसर थे और इसलिए वह देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी हुईं। उनकी मां लॉरेल आरड्रेन स्कूल में केटरिंग असिस्टेंट के तौर पर काम करती थीं। स्कूल में रहते हुए जेसिंदा एक लोकल फिश-एंड चिप शॉप पर काम करने लगी थीं। साल 2001 में वह वाइकाटो यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हुईं। उनके पास पॉलिटिक्स एंड पब्लिक रिलेशंस में कम्यूनिकेशन स्टडीज की डिग्री है। उन्होंने कुछ समय तक न्यूयॉर्क में एक सूप किचन में भी काम किया। इसके बाद वह मजदूरों के लिए चलाए जा रहे अभियान से जुड़ीं।
17 साल की उम्र से ही राजनीति में
जेसिंदा आरड्रेन की मौसी मैरी आरड्रेन को उन्हें राजनीति में लाने का श्रेय दिया जाता है। मैरी कई वर्षों से लेबर पार्टी की सदस्य थीं और इसी पार्टी में उन्होंने जेसिंदा को उस समय शामिल कराया जब उन्हें सांसद के लिए चुनाव प्रचार में उनकी मदद चाहिए थी। मैरी साल 1999 में न्यू प्लेमाउथ से सांसद हैरी ड्यूनहोवोन के लिए प्रचार कर रही थीं। 17 साल की उम्र में लेबर पार्टी ज्वॉइन करने वाली जेसिंदा जल्द ही पार्टी की युवा विंग में वरिष्ठ नेता बन गईं। यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री लेने वाली जेसिंदा ने रिसर्चर के तौर पर काम किया। जेसिंदा ने न्यूजीलैंड की पूर्व पीएम रहीं हेलन क्लार्क और ऑकलैंड के मेयर रहे फिल गॉफ के साथ बतौर रिसर्चर काम किया।
पूर्व ब्रिटिश पीएम के साथ किया काम
आरड्रेन, न्यूयॉर्क के बाद लंदन चली गईं और यहां पर वह 80 लोगों वाली एक ईकाई में बतौर सीनियर पॉलिसी एडवाइजर जुड़ गईं। यह यूनिट पूर्व ब्रिटिश पीएम टोनी ब्लेयर के लिए काम करती थी। हालांकि उन्होंने कभी भी ब्लेयर से मुलाकात नहीं की लेकिन साल 2011 में उन्होंने ईराक में ब्रिटिश फौजों के दाखिल होने पर पूर्व पीएम से सवाल पूछकर उन्हें कटघरे में खड़ा कर दिया था। साल 2008 की शुरुआत में आरड्रेन को इंटरनेशनल यूनियन ऑफ सोशलिस्ट यूथ का प्रेसीडेंट चुना गया। इस दौरान उन्होंने कई देशों की यात्राएं की जिसमें जॉर्डन, इजरायल, अल्जीरिया और चीन शामिल है।
पेशे से एक जर्नलिस्ट रही हैं जेसिंदा
जून 2018 में पेशे से जर्नलिस्ट रहीं जेसिंदा आरड्रेन पाकिस्तान की पहली महिला पीएम बेनजीर भुट्टो के बाद दूसरी ऐसी महिला पीएम बनीं जिन्होंने ऑफिस में रहते हुए बच्चे को जन्म दिया। जेसिंदा और उनके पार्टनर क्लार्क गेफोर्ड एक बेटी नेव टे आरोहा के माता-पिता बने थे। आरड्रेन ने 19 अक्टूबर 2017 को पीएम का पद संभाला था और इससे छह दिन पहले यानी 13 अक्टूबर को उन्हें पता लगा था कि वह गर्भवती हैं।
पांच साल से लिव-इन रिलेशनशिप में
न्यूजीलैंड की पीएम आरड्रेन और उनके ब्वॉयफ्रेंड गेफोर्ड की अभी शादी नहीं हुई है। मई 2014 में जेसिंदा ने यह बताया था कि गेफोर्ड ने ईस्टर के मौके पर उन्हें रिंग देकर प्रपोज किया है। जेसिंदा के मंगेतर एक टीवी प्रजेंटर हैं और फिलहाल दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में हैं। आरड्रेन और गेफोर्ड छह साल पहले उस समय रिलेशनशिप में आए थे जब गेफोर्ड ने जेसिंदा के ऑकलैंड के माउंट अल्बर्ट में किसी मुद्दे को लेकर पीएम से संपर्क किया था।