न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने लिव इन पार्टनर क्लार्क गेफ़ोर्ड से की सगाई
जैसिंडा की सगाई का अनुमान उस वक़्त लगाया जाने लगा जब उन्हें शुक्रवार को एक कार्यक्रम में अपने बाएं हाथ की बीच की उंगली में हीरे की अंगूठी पहने देखा गया.
न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने अपने लिव इन पार्टनर क्लार्क गेफ़ोर्ड से सगाई कर ली है. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने इस ख़बर की पुष्टि की है.
जैसिंडा की सगाई का अनुमान उस वक़्त लगाया जाने लगा जब उन्हें शुक्रवार को एक कार्यक्रम में अपने बाएं हाथ की बीच की उंगली में हीरे की अंगूठी पहने देखा गया.
पत्रकारिता में इंटर्नशिप करने वाले एक युवा ने सबसे पहले इसकी पड़ताल की. उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय से इस बारे मे पूछा, जिसके जवाब में उन्हें बताया गया कि जैसिंडा और क्लार्क ने ईस्टर के मौके पर सगाई की.
उनके मंगेतर क्लार्क गेफ़ोर्ड पेशे से टीवी प्रेजेंटर हैं. दोनों काफ़ी लंबे वक़्त से रिश्ते में थे. उन्होंने शादी नहीं की है लेकिन साथ रहते हैं. उनकी एक साल की बेटी भी है. जैसिंडा पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के बाद पद पर रहते हुए मां बनने वाली दूसरी महिला प्रधामंत्री हैं.
बीबीसी की प्रेजेंटर विक्टोरिया डर्बीशाएर ने इस साल जनवरी में जैसिंडा से पूछा था कि क्या वो कभी क्लार्क को शादी के लिए प्रपोज़ करेंगी. इसके जवाब में उन्होंने कहा था, "नहीं. मैं उन्हें प्रपोज़ नहीं करूंगी. मैं चाहती हूं कि वो ख़ुद शादी और प्रपोज़ करने के सवाल से जूझें."
सगाई की ख़बर मीडिया में आने के बाद जैसिंडा ने रेडियो न्यूज़ीलैंड से कहा, "मैं बेहद ख़ुशकिस्मत हूं. मेरे पास ऐसा साथी जो मेरा साथ निभा सकता है, जो एक बड़ी ज़िम्मेदारी में मेरा साथ उठा रहा है."
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मां बनने के बाद चर्चा में रहीं
जैसिंडा पहली अंतरराष्ट्रीय सुर्ख़ियों में तब आई थीं, जब उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री रहते हुए अपनी बेटी को जन्म दिया और संयुक्त राष्ट्र की बैठक में अपनी चार महीने की बेटी को गोद में लेकर शामिल हुई थीं. वहां उन्हें कई अनचाही सलाह मिली थीं.
इस पर उन्होंने कहा था, "मुझे बहुत सारी अनचाही सलाह मिली है. मुझे नहीं मालूम मैं इनका क्या करूंगी. हालांकि मैं सभी सलाह देने वालों को धन्यवाद देना चाहती हूं."
जैसिंडा ने दुनिया भर की कामकाजी महिला को यह संदेश दिया था कि नौकरी और ज़िम्मेदार पद पर रहते हुए भी एक महिला एक मां होने की ज़िम्मेदारी संभाल सकती है.
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जुलाई 2017 में अर्डर्न का विपक्षी नेता के रूप में जब पहला दिन था तब वे एक टीवी शो में गई थीं. उस शो की होस्ट ने अर्डर्न से पूछा था कि वे करियर और बच्चे में से पहले क्या चुनेंगीं?
उस समय अर्डर्न ने कहा था, "यह एक महिला पर निर्भर करता है कि वह कब बच्चा चाहती है. यह तय नहीं करना चाहिए कि अगर वह नौकरी कर रही है तो उसे प्रेग्नेंट होने का अवसर नहीं मिलेगा."
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अपनी दरियादिली से दुनिया में छाईं
28 साल की उम्र में संसद में पहुंचने वाली न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में हुए धमाकों के बाद जैसिंडा अर्डर्न ने जिस तरह हालात को संभाला, उसकी दुनिया भर में तारीफ़ हुई. वो ख़ुद पीड़ित परिवारों के घर गईं और उन्हें गले लगाकर भरोसा दिलाया कि न्यूज़ीलैंड उनका घर है.
पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात के बाद प्रधानमंत्री अर्डर्न ने कहा, "हम विविधता, करुणा और दया का प्रतिनिधित्व करते हैं. यह देश उनका घर है, जो हमारे मूल्यों को मानते हैं. यह उन शरणार्थियों का घर है, जिन्हें इसकी ज़रूरत है."
उनके इस बयान के बाद वो एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्ख़ियों में आ गई थीं और अब वो अपनी सगाई की वजह से चर्चा में हैं.
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