म्यांमार में मिलिट्री शासन: न्यूजीलैंड ने म्यांमार से सभी संबंध किए सस्पेंड, सैन्य अधिकारियों पर लगाया बैन
म्यांमार में मिलिट्री शासन के बाद न्यूजीलैंड ने म्यांमार के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए म्यांमार के साथ अपने सभी संबंधों को सस्पेंड करना फैसला लिया है।
Myanmar Military Coup: वेलिंग्टन: म्यांमार में मिलिट्री शासन के बाद न्यूजीलैंड ने म्यांमार के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए म्यांमार के साथ अपने सभी संबंधों को सस्पेंड करना फैसला लिया है। न्यूजीलैंड ने म्यांमार के साथ सैन्य और राजनीतिक संबंधों को सस्पेंड करते हुए म्यांमार के सैन्य अधिकारियों के न्यूजीलैंड आने पर पाबंदी लगा दी है।
म्यांमार पर न्यूजीलैंड सख्त
म्यांमार में लोकतांत्रिक सरकार के तख्तापलट के बाद जहां उसकी पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है वहीं न्यूजीलैंड ने म्यांमार के साथ सभी रिश्तों को सस्पेंड करने का फैसला लिया है। न्यूजीलैंड ने म्यांमार के साथ सभी हाई लेवल कॉन्टैक्ट सस्पेंड करते हुए म्यांमार के मिलिट्री अधिकारियों के न्यूजीलैंड आने पर भी पाबंदी लगा दी है। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डन (Jacinda Ardern) ने म्यांमार पर प्रतिबंध लगाने के साथ ये भी कहा है कि जब तक म्यांमार में सैन्य हुकूमत है तब तक न्यूजीलैंड म्यांमार की कोई मदद नहीं करेगा। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डन (Jacinda Ardern) ने कहा 'हम म्यांमार के सैन्य शासकों को न्यूजीलैंड में रहकर सख्त संदेश देना चाहते हैं। हम न्यूजीलैंड में रहकर जितना कर सकते हैं उतना कर रहे हैं। और इसवक्त न्यूजीलैंड ने म्यांमार के साथ सभी संबंधों को सस्पेंड करने का फैसला किया है। जब तक म्यांमार में सैन्य तानाशाह रहेंगे हम सैन्य शासकों को आर्थिक मदद भी नहीं देंगे'
आपको बता दें कि न्यूजीलैंड बड़े पैमाने पर म्यांमार को आर्थिक मदद देता रहा है। 2018 से 2021 के बीच न्यूजीलैंड ने म्यांमार को 30 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता दी थी। वहीं, न्यूजीलैंड के विदेशमंत्री नानिया महुता ने कहा है कि एक लोकतांत्रिक देश होने के नाते हम म्यांमार की सैन्य सत्ता को मान्यता नहीं देते हैं। साथ ही हम सैन्य तानाशाहों से मांग करते हैं कि म्यांमार के सभी राजनेताओं को फौरन हिरासत से रिहा करें।
म्यांमार पर अमेरिका भी सख्त
अमेरिका ने भी म्यांमार की सैन्य तानाशाही को फौरन हिरासत में लिए गये नेताओं को रिहा करने को कहा है। अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका म्यांमार के सभी राजनेताओं के साथ खड़ा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने व्हाइट हाइस में म्यांमार पर बयान देते हुए कहा कि 'हम बर्मा के लोकतांत्रिक सरकार और चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ हैं। अमेरिका देश में लोकतांत्रिक सरकार की बहाली करने की मांग करने वाली जनता के साथ है। इसके साथ अमेरिका शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाली जनता और लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकार की स्वतंत्रता और उनके पक्ष में उठने वाली किसी भी अहिंसक आवाज के साथ है।'
म्यांमार की वर्तमान स्थिति
म्यांमार में सैन्य शासन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। सैन्य शासकों के खिलाफ देश के युवाओं ने मोर्चा खोल रखा है और गांधीवादी तरीके से देश के अलग अलग हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शनों में हजारों की तादाद में समाज के अलग अलग वर्गों के लोग राजदानी नेपीडा और अलग अलग हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं। म्यांमार की राजधानी में प्रदर्शनकारियों पर प्रशासन ने पानी की बौछार भी की है। पिछले 10 सालों में ये पहली बार है जब म्यांमार में इतनी तादाद में लोग सड़कों पर सैन्य तानाशाहों के खिलाफ मोर्चा खोलने निकले हैं।