अश्वेत अमेरिकी की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन के कारण न्यूयॉर्क में 7 जून तक बढ़ाया गया नाइट-कर्फ्यू
अश्वेत अमेरिकी की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन के बाद न्यू यॉर्क में 7 जून तक बढ़ाया गया नाइट-कर्फ्यू
न्यूयॉर्क। अश्वेत अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से अमेरिका में हो रहे विरोध प्रदर्शन 40 शहरों तक पहुंच गया है। अमेरिकी पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए दो दिन पहले आंसू गैस के गोले छोड़े और रबड़ की गोलियां चलाईं। मालूम हो कि प्रदर्शन करते हुए लोगों ने कारों और प्रतिष्ठानों में आग लगा दी! हर तरफ इमारतों की दीवारों पर स्प्रे करके 'मैं सांस नहीं ले सकता' लिख दिया गया है। इतना ही नहीं ह्वाईट हाउस के पास के एक कूड़ेदान में आग लगा दी गई है। हजारों लोगों ने विरोध में शांतिपूर्ण मार्च निकाला। न्यूयॉर्क में भी जबदरस्त विरोध-प्रदर्शन हो रहा हैं जिसको देखते हुए न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासियों ने 7 जून तक शहर में रात के कफ्यू का समय बढ़ा दिया।
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अमेरिका में नस्लभेदी विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के प्रकोपों और लूटपाट के बाद अमेरिका को भारी विरोध हुआ था। जिसके चलते न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासियो ने मंगलवार को 7 जून तक शहर के लिए रात के समय के कर्फ्यू को बढ़ा दिया था। महापौर ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मांग की गई अन्य विरोध-प्रदर्शन वाले राज्यों में देखे जाने वाले राष्ट्रीय गार्ड सैनिकों की तैनाती आवश्यक नहीं थी। डी ब्लासियो ने मीडिया में कहा कि मंगलवार रात 8:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू लगा रहता है। यह अब रविवार तक चलेगा।
पिछले सोमवार को कर्फ्यू 11:00 बजे के समय के बाद शुरू हुआ, दंगाइयों को मैनहट्टन में कई लक्जरी स्टोर लूटने से रोकने में विफल रहा। जिसको देखते हुए 7 जून तक कफ्यू बढ़ा दिया गया। बता दें पिछले हफ्ते मिनियापोलिस शहर में में एक गिरफ्तारी के दौरान पुलिस द्वारा निहत्थे अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद कई अमेरिकी शहरों ने पुलिस की बर्बरता के खिलाफ गुस्से में विरोध प्रदर्शन किया।