एमएच 370 की जांच में लगे जांचकर्ताओं का दावा विमान में मौजूद थे अपहरणकर्ता
उनके मुताबिक रडार की पकड़ में आने से बचने के लिए अपहरणकर्ताओं ने ऎसा किया होगा।
एक समाचार पत्र में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलियन ट्रांसपोर्ट सेफ्टी ब्यूरो (एटीएसबी) ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कुआलालंपुर से उड़ान भरने के बाद 90 मिनट से कम समय में भी विमान में बिजली कटौती के प्रमाण दिए गए हैं।
जांचकर्ताओं का कहना है कि बिजली कटौती के बाद विमान के सेटेलाइट डाटा यूनिट (एसडीयू) ने एक सेटेलाइट पर लॉग ऑन करने की कोशिश की।
उनके मुताबिक उड़ान के बीच में लॉग ऑन का अनुरोध सामान्य घटना नहीं है। ऐसा केवल कुछ ही कारणों से हो सकता है।
विश्लेषण में पता चला है कि लॉग ऑन के अनुरोध का समय एसडीयू की बिजली संबंधी बाधा के परिणाम से मेल खाता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के विमानन विशेषज्ञ पीटर मारोसजेकी के मुताबिक विमान में बिजली कटौती अपहरणकर्ताओं का काम हो सकता है।
उन्होंने कहा, या तो विमान के चालक दल में वैसे सदस्य थे जो बुरा करना चाहते थे या विमान में अपहरणकर्ता सवार थे।
वे बिजली काट सकते थे। एटीएसबी के जांचकर्ताओं का कहना है कि रहस्यमय ढंग से करीब छह घंटे बाद भी दूसरा लॉग ऑन अनुरोध किया गया। कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा मलेशिया एयरलाइंस का यह विमान आठ मार्च को लापता हो गया था।