ग्रेटा थनबर्ग के सम्मान में हाल में खोजी गई मकड़ी को दिया उनका नाम
पेरिस। स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है। इससे पहले उन्हें टाइम्स मैगजीन ने पर्सन ऑफ ईयर चुना है। अब एक ग्रुप ने ग्रेटा को सम्मानित करने के लिए हाल ही खोजी गई मकड़ी की एक प्रजाति का नाम उनके नाम पर रखा है। इस मकड़ी के समूह का नाम 'थनबर्ग जीन नॉव' रखा गया गया है। इसकी खोज जर्मन पुरातत्त्ववेत्ता पीटर जैगर ने की है। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए उसकी प्रतिबद्धता के सम्मान में यह नाम रखा गया है।
जैगर ने कहा, बढ़ता तापमान प्रकृति के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करता है। जिसमें एडिमिक विविधता और मेडागास्कर के मकड़ियां भी शामिल हैं। 20 साल के करियर में कई नई मकड़ी प्रजातियों की खोज कर चुके जैगर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि थनबर्ग के नाम पर इन मकड़ियों का नामकरण करके वह मेडागास्कर में जैव विविधता को रहे नुकसान के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। वैज्ञानिक पत्रिका ज़ूटाक्सा में छपे एक अध्ययन में, जैगर ने बताया कि नई जीनस उनकी आंखों की व्यवस्था और उनकी पीठ पर अद्वितीय बिंदीदार पैटर्न के चलते अन्य शिकारियों से अलग है।
इससे पहले उनके द्वारा खोजी गई दक्षिणपूर्वी एशियाई शिकारी स्पाइडर का नाम उन्होंने हेटरोपोडा डेविडोबी रखा था। ग्रेटा थनबर्ग ने जलवायु परिवर्तन को लेकर अपने विद्यालय से स्ट्राइक फॉर क्लाइमेट या फ्यूचर फॉर फ्राइडे कैंपेन की शुरुआत की, जो पूरी दुनिया में मशहूर है। इस अभियान के तहत ग्रेटा ने शुक्रवार को विद्यालय जाना छोड़ दिया। वह हर शुक्रवार स्वीडन की संसद के बाहर तख्ती लेकर प्रदर्शन करतीं हुईं दिख जाती हैं। सांसदों के अलावा वह वहां से गुजरने वाले लोगों से दुनिया को बचाने का आग्रह करती हैं।
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को लेकर ग्रेटा दुनियाभर के लोगों के लिए एक आइकन बन चुकी है। वह दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर बड़े-बड़े भाषण देती हैं। नवंबर 2018 में उनके अभियान में 24 देशों के लगभग 17 हजार छात्रों ने हिस्सा लिया था। मार्च 2019 तक उनके अभियान से 135 देशों के 20 लाख बच्चे जुड़ चुके थे। वहीं पिछले साल अगस्त में यह संख्या बढ़कर 36 लाख हो गई।
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