PM मोदी और ट्रंप के बाद जापान के नए पीएम सुगा ने की चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से बात, दिया यह मैसेज
टोक्यो। जापान के नए प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात की है। शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच हुई इस फोन वार्ता में दोनों के बीच हाई लेवल मीटिंग्स जिसमें कुछ सम्मेलन भी शामिल हैं, उन पर भी चर्चा हुई। लेकिन सुगा ने जिनपिंग की संभावित जापान यात्रा के बारे में कोई भी बात नहीं की है। सुगा ने मीडिया को जानकारी दी कि जिनपिंग ने आने वाले दिनों में कई हाई लेवल मीटिंग्स पर रजामंदी जताई है। साथ ही उन्होंने चीनी राष्ट्रपति को यह स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देशों के स्थिर रिश्ते क्षेत्र के विकास के लिए काफी अहम हैं।
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जिनपिंग को बताया रिश्ते संवेदनशील
पीएम सुगा ने जापान की मीडिया को जिनपिंग के साथ हुई बातचीत की जानकारी। उन्होंने कहा, 'मैंने जिनपिंग को बता दिया है कि जापान-चीन के रिश्ते काफी संवेदनशील हैं, न सिर्फ दोनों देशों के लिए बल्कि क्षेत्र के लिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी ये रिश्ते नाजुक हैं।' फोन पर हुई यह बातचीत दोनों ही देशों के लिए काफी अहम मानी जा रही है। एक ही हफ्ते पहले पीएम सुगा ने शिंजो आबे की जगह ली है। आबे ने खराब स्वास्थ्य के चलते अपना पद छोड़ने का फैसला किया था। सुगा अब तक कई नेताओं ने बात कर चुके हैं। उनका सबसे पहला कॉल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को था तो हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की है। पीएम मोदी ने अपने जापानी समकक्ष को स्पष्ट कर दिया कि क्षेत्रीय स्थिरता विकास की एक अहम कड़ी है।
चीन को बड़ा खतरा मानता है जापान
इस वर्ष जिनपिंग को चीन के दौरे पर भी जाना था। अप्रैल में होने वाला यह दौरा कई वर्षों बाद किसी चीनी राष्ट्रपति का जापानी दौरा था लेकिन इसे कोरोना वायरस महामारी के चलते कैंसिल करना पड़ गया।इसके बाद जब चीन ने हांगकांग में विवादित सुरक्षा कानून को लागू किया तो उसकी वजह से जापान की सरकार को जिनपिंग के दौरे को रोकना पड़ गया। जापान में बड़े पैमाने पर सुरक्षा कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे थे और इस वजह से विपक्षी पार्टियों का दबाव भी सरकार पर था। सुगा ने कहा, 'हमने शी की संभावित जापान यात्रा को लेकर कोई चर्चा नहीं की।' चीन और जापान हमेशा से प्रतिद्वंदी रहे हैं और पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। जापान का मानना है कि ईस्ट चाइना सी पर चीन की सेना की तैनाती लगातार बढ़ रही है। जापान, साउथ और ईस्ट चाइना सी पर चीन को एक बड़े खतरे के तौर पर देखता है। हाल के कुछ महीनों में चीन के कोस्ट गार्ड के जहाजों ने लगातार जापान की सीमा में घुसपैठ की है।