अस्पताल में भर्ती 5 में से 4 कोरोना मरीजों में दिखे न्यूरोलॉजिकल रोग के लक्षणः रिपोर्ट
नई दिल्ली। अमेरिका में किए नए शोध से पता चला है कि कोरोनावायरस संक्रमण के साथ अस्पताल में भर्ती किए गए 5 में से करीब 4 मरीजों को न्यूरोलॉजिकल समस्या जैसे कि मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, भ्रम, चक्कर आना और गंध या स्वाद भूलने के लक्षण सामने आए हैं। शोध के दौरान मरीजों में सबसे गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति एंसेफैलोपैथी के रूप में सूचीबद्ध की गई है।
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एंसेफैलोपैथी ने मरीजों को हल्के मानसिक भ्रम से लेकर कोमा तक पहुंचा दिया
अध्ययन के लेखकों में से एक और शिकागो में नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन में न्यूरो-संक्रामक रोग के प्रमुख इगोर कोरलनिक ने बताया कि सबसे गंभीर स्थिति में सूचीबद्ध की गई एंसेफैलोपैथी ने मरीजों को हल्के मानसिक भ्रम से लेकर कोमा तक में पहुंचा दिया है। इस अध्ययन मे महामारी की शुरुआत में शिकागो स्थित स्वास्थ्य प्रणाली में कोविद -19 के लिए अस्पताल में भर्ती 509 रोगियों में न्यूरोलॉजिक लक्षणों की आवृत्ति और गंभीरता को रेखांकित किया गया है।
रोगियों में न्यूरोलॉजिक संकट के लक्षण की तलाश में करनी चाहिएः शोधकर्ता
नॉर्थवेस्टर्न के न्यूरोलॉजी-केंद्रित कोविद क्लिनिक का नेतृत्व करने वाले डा. कोरलनिक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की स्थिति के बारे में कागज की प्रासंगिकता पर चर्चा करने से इनकार कर दिया, जो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को आमतौर पर कोविद -19 रोगियों में न्यूरोलॉजिक संकट के किसी भी लक्षण की तलाश में करनी चाहिए।
जिन लोगों को हल्के श्वसन की समस्या है, वे भी लक्षणों के जोखिम में हैं
उन्होंने कहा कि यहां तक कि जिन लोगों को हल्के श्वसन की समस्या है और जिनमें यह समस्या लंबे समय तक नहीं रहता हैं, वे भी लंबे समय से लक्षणों के जोखिम में हैं, जो कुछ कोविद रोगियों को महीनों तक प्रभावित कर सकते हैं। कोरलनिक ने कहा कि अध्ययन के अगले चरण में हम यह जानना चाहते हैं कि क्या वायरस किसी तरह मस्तिष्क को संक्रमित करता है या एन्सेफैलोपैथी के रोगियों में मस्तिष्क को लपेटता है। उन्होंने बताया कि उनका समूह भविष्य में संभावित प्रतिरक्षाविज्ञानी कारकों का भी अध्ययन करेगा।