कालापानी पर नेपाल के पीएम ओली ने भारत को दी चेतावनी, एक इंच जमीन भी नहीं लेने देंगे
काठमांडू। भारत और नेपाल के बीच एक बार फिर से तनाव की स्थिति है और इस बार वजह है भारत का वह नया नक्शा जिसे पिछले दिनों जारी किया गया है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि वह कालापानी से सेना को तुरंत हटा ले, नेपाल24आवर्स.कॉम की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है। वहीं, भारत के खिलाफ नेपाल में प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं। जो नया नक्शा पिछले दिनों आया है उसमें कालापानी को भारत ने अपने हिस्से में दिखाया है और इसे लेकर ही नेपाल का पारा हाई है।
पीएम ने दिया पहला आधिकारिक बयान
इस मामले पर पीएम केपी ओली की तरफ से पहली बार आधिकारिक बयान दिया गया है। ओली ने कहा है, 'सरकार किसी को भी अपनी जमीन का एक इंच हिस्सा भी नहीं लेने देगी।' उन्होंने आगे कहा, 'पड़ोसी देश को तुरंत हमारी सीमा से अपनी सेना को वापस बुलाना पड़ेगा।' भारत की तरफ से इस स्थिति पर कहा गया है कि उसने नेपाल से सटी सीमा के साथ किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। बल्कि नया नक्शा भारत की वास्तविक संप्रभु सीमाओं को दर्शाता है। नेपाल ने बुधवार को इस बात पर विरोध दर्ज कराया था कि कालापानी को भारतीय सीमा के हिस्से के तौर पर दिखाया जा रहा है।
नेपाल अपनी जमीन हासिल करे
ओली ने रविवार को कहा था कि मैप को सही करने की जगह बेहतर होगा नेपाल अपनी जमीन हासिल करे। उन्होंने कहा कि सरकार को राष्ट्रीयता और राष्ट्रीय अखंडता के लिए सभी का पूरा समर्थन हासिल है। ओली ने इस मुद्दे पर सरकार को मिल रहे समर्थन के लिए भी सबका शुक्रिया अदा किया है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि देशभक्ति के नाम पर अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देना ठीक नहीं है। इस मुद्दे को कूटनीतिक जरिए से सुलझाया जाएगा।
भारत की वास्तविक सीमाओं को दर्शाता नक्शा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार की ओर से कहा गया है, 'हमारा नक्शा भारत की संप्रभु सीमा को वास्तविक तौर पर दर्शाता है। नेपाल के साथ दिखाई गई सीमाओं को मौजूदा तंत्र के तहत सुलझाया जा रहा है। हम करीबी और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को ध्यान में रखकर बातचीत के जरिए इस मसले का हल निकालने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। ' रवीश कुमार ने कहा कि दोनों पड़ोसियों को अपने हितों को ध्यान में रखकर मतभेदों को सुलझाने की जरूरत है।
भारत ने बताया पिथौरागढ़ का हिस्सा
भारत ने दो नवंबर को नया नक्शा जारी किया था। इस नए नक्शे में कालापानी को भी भारत की सीमा में दिखाए जाने पर नेपाल नाराज है। नेपाल सरकार की तरफ से बुधवार को इस स्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है। नेपाल सरकार की तरफ से कहा गया था कि नेपाल के पश्चिमी इलाके में स्थित कालापानी उसके देश की सीमा में है। नेपाल के स्थानीय मीडिया ने खबर दी कि कालापानी नेपाल के धारचुला जिले का हिस्सा है जबकि भारत के मानचित्र में इसे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले का हिस्सा दिखाया गया है।