Nepal Election 2022:अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भारत के CEC राजीव कुमार की मौजूदगी में मतदान संपन्न
नेपाल में रविवार को संघीय संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनाव संपन्न हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक वहां छिटपुट हिंसा के बीच करीब 60 फीसदी वोटिंग हुई है। नेपाल में लोकतंत्र के महापर्व के गवाह के तौर पर भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार भी एक प्रतिनिधिनिमंडल के साथ वहां मौजूद रहे। बाकी कुछ पड़ोसी देशों का भी प्रतिनिधिमंडल वहां मौजूद था। नेपाल पिछले काफी समय से राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति से गुजर रहा है। उम्मीद है कि इस चुनाव के बाद देश में कुछ स्थिरता का माहौल कायम हो सकेगा।
नेपाल
में
आम
चुनाव
संपन्न
भारत
के
मुख्य
चुनाव
आयुक्त
राजीव
कुमार
की
अगुवाई
में
भारतीय
चुनाव
आयोग
के
एक
प्रतिनिधिमंडल
ने
रविवार
को
नेपाल
में
हुए
आम
चुनाव
का
मुआयना
किया
और
कई
मतदान
केंद्रों
पर
जाकर
चुनाव
प्रक्रियाओं
को
देखा।
नेपाल
में
नई
संसद
और
प्रांतीय
विधानसभा
को
चुनने
के
लिए
कड़ी
सुरक्षा
में
चुनाव
करवाए
गए
हैं।
नेपाल
बीते
कुछ
समय
से
बहुत
ही
ज्यादा
राजनीतिक
अस्थिरता
की
दौर
से
गुजर
रहा
है
और
उम्मीद
है
कि
इस
चुनाव
के
बाद
हिमालय
पर
बसे
इस
देश
में
स्थिरता
आएगी
और
यह
तरक्की
करेगा।
रविवार
को
वहां
संघ
के
प्रतिनिधि
सभा
के
275
सदस्यों
और
प्रांतीय
विधानसभा
के
550
सदस्यों
को
चुनने
के
लिए
चुनाव
करवाए
गए
हैं।
भारत
की
सीईसी
के
अलावा
इन
देशों
के
भी
थे
प्रतिनिधि
भारत
के
मुख्य
चुनाव
आयुक्त
वहां
चार
सदस्यीय
प्रतिनिधिमंडल
के
साथ
पहुंचे
हैं,
जिसमें
भारतीय
चुनाव
आयोग
के
दो
अधिकारी
भी
शामिल
हैं।
माइरिपबल्किा
न्यूज
पोर्टल
के
मुताबिक
नेपाल
में
हुए
चुनाव
के
पर्यवेक्षण
के
लिए
जो
अंतरराष्ट्रीय
पर्यवेक्षक
वहां
पहुंचे
हैं,
उन्होंने
काठमांडू,
ललितपुर
और
भक्तापुर
में
मतदान
केंद्रों
को
मुआयना
किया
है।
नेपाल
चुनाव
के
पर्यवेक्षण
के
लिए
46
संगठनों
से
कहा
गया
था,
जिनमें
भारतीय
चुनाव
आयोग
की
टीम
के
अलावा
बांग्लादेश,
भूटान,
मालदीव,
श्रीलंका
और
दक्षिण
कोरिया
की
टीम
ने
रविवार
को
हुए
चुनावों
का
मुआयना
किया
है।
जहां भारतीय टीम की अगुवाई 62 साल के सीईसी राजीव कुमार ने की है, वहीं बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल की अगवाई वहां के मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने की है। इसी तरह भूटान के सीईसी सोनम टोपगे और मालदीव चुनाव आयोग के प्रेसिडेंट फुवाद थॉफीक ने नेपाली मतदान प्रक्रिया का जायजा लिया है।
वहीं श्रीलंकाई चुनाव आयोग की टीम में वहां के चुनाव आयुक्त एमएम मोहम्मद और एसबी दिवारत्ने और दक्षिण कोरिया के चुनाव आयुक्त किम चैंग-बो भी इस काम में अपने देश की ओर से शामिल हुए हैं। नेपाल का चुनाव आयोग कानून किसी भी घरेलू या विदेशी व्यक्ति या संगठन को चुनाव से संबंधित काम की निगरानी करने की अनुमति देता है। इसके मुताबिक इस पर्यवेक्षण में जुटे व्यक्तियों और संगठनों ने वहां संपन्न हुए चुनाव की वैधता, स्वतंत्रता, निष्पक्षता, तटस्थता और समानता से संबंधित मुद्दों पर नजर रखा।(इनपुट-पीटीआई)