मंगल से मिट्टी लाने के लिए NASA ने शुरू किया MSR अभियान, जानिए धरती तक कैसे आएगा सैंपल
नई दिल्ली। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) कुछ ऐसा करने जा रहा है जिसे जानकर आपको गर्व महसूस करेंगे। वैज्ञानिकों ने अध्ययन के लिए मंगल ग्रह की मिट्टी धरती पर लाने का प्लान बनाया है और उसके प्रयास में लगे हैं। नासा ने 10 नवंबर को एक स्वतंत्र समीक्षा रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया है कि एजेंसी अब मंगल ग्रह से पृथ्वी पर वैज्ञानिक अध्ययन के लिए नमूने लाने के लिए अपना मार्स सैंपल रिटर्न (एमएसआर) अभियान शुरू करने के लिए तैयार है। मंगल से जमा किए गए पत्थर और मिट्टी के नमूनों का अध्ययन अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ा कदम साबित होगा। यह काम नासा यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के साथ मिलकर करेगा।
आपको बता दें कि इस मिशन पर काम बहुत पहले से चल रहा है। यह तब से चल रहा है जब से नासा मंगल पर इसान भेजने की तैयारी कर रहा है। दरअसल मंगल पर नासा कई सालों से शोध कर रहा है और यहां पर कई तरह के रोवर भी भेज चुका है। ऐसे में पर्सिवियरेंस रोवर भेजना यह सवाल पैदा कर सकता है कि जब इतने रोवर भेजे जा चुके हैं तो नया रोवर क्यों। लेकिन पर्सवियरेंस रोवर मंगल पर नासा के अगले दशक के अभियानों के लिए खास प्रयोग और अन्वेषण करेगा।
आपको बता दें कि पर्सवियरेंस का मंगल पर नमूने जमा करना MSR अभियान का पहला हिस्सा है। पर्सिवियरेंस इसी साल जुलाई के अंत में प्रक्षेपित किया गया है और वह अगले साल फरवरी में मंगल पहुंचेगा। इस तरह वह नमूने लेने की पूरी तैयारी से गया है। इसके लिए वह तमाम तरह के उपकरणों से सुसज्जित है। नासा ने अपने बयान में कहा है कि एजेंसी के महत्वाकांक्षी MSR प्लान परीक्षण करने के बाद बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला है कि नासा मंगल के वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए तैयार है। नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेनस्टीन ने कहा कि नासा के विश्व समुदाय के नेतृत्व के लिए MSR आवश्यक है। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं आगे चुनौतियां है, लेकिन हम इस पर बारीकी से काम कर रहे हैं। हम इसीलिए बड़े नतीजे हासिल करते हैं।"