अंतरिक्ष में दिखी चंद्रमा की मस्ती, 50 मिनट तक सूर्य को करता रहा 'फोटोबॉम्ब', नासा ने शेयर किया Video
नई दिल्ली। अंतरिक्ष में कई ऐसी खगोलीय घटनाएं घटती हैं जिनको देख पाना हर किसी के लिए संभव नहीं है। भला हो हमारे वैज्ञानिकों का जो समय-समय पर अंतरिक्ष के राज का खुलासा करते हैं। हाल ही में नासा के वैज्ञानिकों ने एक वीडियो साझा की है जिसे देख कर हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। नासा ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें देखा जा सकता है कि सूर्य की तस्वीर लेने के दौरान बीच में चांद 'फोटोबॉम्ब' कर रहा है।
क्या होता है 'फोटोबॉम्ब'
'फोटोबॉम्ब'
को
आप
सरल
भाषा
में
किसी
तस्वीर
में
खलल
डालना,
येफोटो
लेने
के
समय
बीच
में
आए
वस्तु
या
जानबूझकर
फोटो
खराब
करने
के
लिए
की
गई
गतिविधि
को
कहा
जा
सकता
है।
नासा
के
वीडियो
में
भी
चांद
कुछ
ऐसा
की
करता
दिखाई
दे
रहा
है।
नासा
सोलर
डाइनैमिक्स
ऑब्जर्वेटरी
के
व्यू
को
चंद्रमा
ने
16
अक्टूबर
को
स्पेसक्राफ्ट
और
सूर्य
के
बीच
से
गुजरते
हुए
'फोटोबॉम्ब'
किया।
वीडियो
में
नासा
ने
बताया
कि
चांद
ने
करीब
50
मिनट
तक
सूर्य
को
ढका
हुआ
था।
50 मिनट तक सूर्य को किया कवर
नासा द्वारा शेयर किया गया ये वीडियो कई लोगों को पसंद आ रहा है, सोशल मीडिया पर लोग कई इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं। वीडियो के कैप्शन में नासा के सन ऐंड स्पेस ने लिखा, चंद्रमा ने करीब 50 मिनट तक सूर्य के 44 फीसदी हिस्से को कवर करके रखा, जब ट्रांजिट खत्म हुआ तब जाकर स्पेसक्राफ्ट को सूर्य का स्थिर व्यू मिला। बता दें कि नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (एसडीओ) को 2010 में फरवरी में लॉन्च किया गया था।
चंद्रमा ने अंतरिक्ष यान के सेंसर को भी किया कवर
इसको लॉन्च करने का उद्देश्य सूर्य की विभिन्नताओं को समझना था, जो पृथ्वी और इसके तकनीकी प्रणालियों पर जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। जब एसडीओ सूर्य की तस्वीर ले रहा था तो उस समय भी चंद्रमा ने अंतरिक्ष यान के मार्गदर्शन सेंसर को भी कवर कर लिया था। बता दें कि एसडीओ पृथ्वी की ओर जाने वाले सूर्य से विकिरण पर नजर रखने के लिए महत्वपूर्ण है। एसडीओ 13 विभिन्न तरंग दैर्ध्य में मापा गया सूर्य की अल्ट्रा-हाई-डेफिनेशन इमेजरी के साथ नासा प्रदान करके ऐसा करता है। यह स्पेसक्राफ्ट वायुमंडलीय इमेजिंग असेंबली (एआईए) साधन और हेलिओजिस्मिक और चुंबकीय इमेजर (एचएमआई) दो इमेजिंग उपकरणों का उपयोग करता है।
नोकिया ने जीता NASA का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट
बता दें कि नोकिया को चांद पर 4जी नेटवर्क स्थापित करने के लिए नासा का एक कॉन्ट्रैक्ट मिला है। जिसके लिए नासा ने उसे 14.1 मिलियन डॉलर दिए हैं। इससे पहले नोकिया ने चांद पर हाई-स्पीड सेल्युलर कनेक्टिविटी लाने में अपनी रुचि जाहिर की थी। अब नासा की ओर से इस खास प्रोजेक्ट के लिए इतनी बड़ी रकम दी गई है। ये रकम नासा के 'टिपिंग पॉइंट' सलेक्शन के तहत हस्ताक्षरित 370 मिलियन अमेरिकी डॉलर के कन्ट्रैक्टों का ही हिस्सा है। जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाना है।
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