इस देश की नदी के ऊपर दिखीं अजीब रहस्यमयी धारियां, सैटलाइट तस्वीरें देखकर NASA के वैज्ञानिक भी हैरान
इस देश की नदी के ऊपर दिखीं अजीब रहस्यमयी धारियां, सैटलाइट तस्वीरें देखकर NASA के वैज्ञानिक भी हैरान
रूस के आर्कटिक साइबेरिया में मर्खा नदी के पास पृथ्वी उन तरीकों से तरंगित करती है जिन्हें वैज्ञानिक पूरी तरह से अभीतक नहीं समझ पाए हैं। फिर से वहां की एक आकाश से ली गईं सैटलाइट तस्वीरों ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। इस हफ्ते की शुरुआत में नासा के शोधकर्ताओं ने एक अजीबोगरीब भूवैज्ञानिक रहस्यमयी धारियां की कुछ तस्वीरें पोस्ट कीं। ये अजीबोगरीब भूवैज्ञानिक रहस्यमयी धारियां मर्खा नदी के पास की है। ये सैटलाइट तस्वीरें आकाश से ली गई हैं। जिसको देखकर नासा के वैज्ञानिक ये नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर ये है क्या? वैज्ञानिक यह समझ नहीं पा रहे हैं कि इन धारियों के पीछे की आखिर वजह क्या है और ये किसी खतरे का अंदेशा तो नहीं है।
नासा ने तस्वीर शेयर कर क्या कहा?
नासा ने ये तस्वीर नासा अर्थ ऑब्जर्वेटरी वेबसाइट पर शेयर की है। नासा द्वारा कई सालों से लैंडसैट 8 से ये तस्वीरें ली गई हैं। तस्वीरों को देखने से पता चलता है कि ये मर्खा नदी के किनारे की है, जिसमें सिलवटदार जमीन नजर आ रही है। इसके साथ ही इन तस्वीरों में मर्खा नदी के दोनों ओर गहरी और हल्की तरह की धारियां नजर आ रही हैं।
नासा ने बताया है कि ये रहस्यमयी धारियां हर मौसम में साफ नजर आती हैं। नासा ने कहा, नदी के चारों ओर बनाई गई लहर को सभी मौसमों में देखा जा सकता है, लेकिन सर्दियों के दिनों में सबसे अधिक स्पष्ट दिखाई देता है क्योंकि सफेद बर्फ पैटर्न को अधिक स्पष्ट बनाता है। सर्दियों में बर्फ की वजह से रहस्यमय धारियां एक दूसरे से बिल्कुल अलग-अलग नजर आते हैं। मर्खा नदी आर्कटिक साइबेरिया के पास स्थित है।
क्या है इन धारियों के पीछे की वजह?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने फिलहाल ये सुनिश्चित नहीं किया है कि साइबेरियाई जमीन पर पड़ रहे इस पैटर्न का क्या कारण है। वहीं कुछ नासा के वैज्ञानिकों ने अपने एक स्पष्टीकरण में कहा है कि इन धारियों की वजह इस क्षेत्र का तापमान भी हो सकता है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि ये बर्फ की वजह से हो रहा है। रूस के इस इलाके में कुछ समय के लिए ही जमीन दिखाई देती है और साल के 90 प्रतिशत दिनों में बर्फ से ढका होता है।
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के भूविज्ञानी थॉमस क्रैफर्ड ने नासा को बताया कि धारियों की परतें तलछटी चट्टान में एक पैटर्न जैसी दिखाई देती है ये तब होता है जब बर्फ पिघलती है या बारिश डाउनहिल चलती है। जिसकी वजह से दूर जाकर तलछटी चट्टान के टुकड़ों को ढेर कर देती है। तलछट के परिणामस्वरूप स्लैब एक परत केक के स्लाइस की तरह दिखते हैं। इन धारियों की वजह भी ये हो सकती है।
इस जगह भी देखी गई थी ऐसी धारियां
कुछ अन्य वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी धारियां करोड़ों सालों में जमीन के क्षरण की वजह से बनती हैं। लाइव साइंस के मुताबिक इस तरह की धारियां नार्वे में भी देखी गई थीं। लेकिन साइबेरियां में मर्खा नदी पर देखी गई धारियों की तुलना में वो बहुत छोटी थीं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की मानें तो पैटर्न मिट्टी और पत्थर के कटाव की वजह से भी हो सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि ये धारियां किसी चट्टानों की तलछट है। हालांकि नासा के वैज्ञानिकों ने फिलहाल इसको लेकर कोई भी अधिकारिक बात नहीं कही है। नासा अभी इन तस्वीरों पर रिसर्च कर रही हैं और ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है?
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