नए वर्ष में नासा का पहला सक्सेफुल मिशन, सात अरब किलोमीटर दूर सौर मंडल के बाहर के वातावरण की लीं तस्वीरें
Recommended Video
वॉशिंगटन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अपने नए वर्ष की शुरुआत एक चार बिलियन मील की दूरी पर एक रिकॉर्ड कायम करने वाले मिशन के साथ की है। नासा ने पृथ्वी के सोलर सिस्टम के बाहरी हिस्से में मौजूद उल्कापिंड पर पहली नजर डाली है। इस मिशन के जरिए न्यू होराइजन स्पेसक्राफ्ट ने पृथ्वी के बाहरी हिस्से में मौजूद अल्टिमा टूली नामके पिंड के बारे में जानकारी हासिल की। मिशन में नासा के वैज्ञानिकों के अलावा जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी एप्लाइड फीजिक्स लैबोरेट्री के वैज्ञानिक भी शामिल थे।
पूरी तरह से रोबोटिक था स्पेसक्राफ्ट
स्पेसक्राफ्ट पूरी तरह से रोबॉटिक था और इस वजह से मिशल एक एतिहासिक मिशन साबित हुआ है। स्पेसक्राफ्ट ने अल्टिमा टूली के पास से गुजरते हुए काफी तस्वीरें ली हैं और कई जानकारियों को नोट किया है। आने वाले समय में ये स्पेसक्राफ्ट कई रोचक तस्वीरें और जानकारियां पृथ्वी पर भेजता रहेगा। स्पेसक्राफ्ट से भेजे गए रेडियो मैसेज को स्पेन के मैड्रिड में लगे नासा के बड़े ऐंटेना के जरिए हासिल किए गए हैं। इन संदेशों को पृथ्वी और अल्टिमा के बीच लंबी दूरी को तय करने में छह घंटे और आठ मिनट का समय लगा। जैसे ही सिग्नल मिला मैरीलैंड स्थित जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की एप्लाइड फिजिक्स लैबोरेट्री में तालियां बजाकर वैज्ञानिकों ने इसका जश्न मनाया। मिशन के ऑपरेशंस मैनेजर ऐलिस बोमैन ने बताया कि एयरक्राफ्ट पूरी तरह से सुरक्षित है और सबसे दूर फ्लाइबाइ करने में सफलता हासिल की है। फ्लाइबाइ का अर्थ है किसी स्थान या बिंदू के पास से होकर गुजरना। स्पेसक्राफ्ट से आए पहले रेडियो मैसेज में उसकी स्थिति के बारे में सिर्फ इंजीनयरिंग से जुड़ी जानकारी थी.। इसमें इस बात की जानकारी भी दी गई थी कि न्यू होराइजन्स ने तस्वीरें खींच ली हैं और इसकी मेमोरी पूरी तरह भर चुकी है।
RIGHT NOW, ~1 billion miles past Pluto, @NASANewHorizons is performing the most distant spacecraft flyby ever as it zooms past #UltimaThule, an icy, ancient rock in the Kuiper Belt. Watch live coverage: https://t.co/oJKHgKpQjH pic.twitter.com/U30yazzigo
— NASA (@NASA) January 1, 2019