पृथ्वी के पास से गुजरा बस के आकार का उल्का पिंड, अगर टकराता तो मच जाती तबाही
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लंदन। गुरुवार को रात 10.26 बजे पर एक उल्का पिंड बस के साइज का एस्टेरॉइड धरती के बेहद करीब से होकर गुजरा। खगोलविदों के अनुसार धरती औऱ चांद के बीच से होकर गुजरे इस विशाल पिंड की रफ्तार 34 हजार किमी प्रति घंटे थी।खगोलविदों ने इस उल्का पिंड का नाम '2017 वाईजेड 4' दिया है।
नासा वैज्ञानिकों ने इस उल्का पिंड का पता क्रिसमस के दिन लगाया था। यह पृथ्वी के काफी नजदीक से गुजरा था। इसकी पृथ्वी से दूरी 2लाख 24 हजार किमी थी। अंतरिक्ष के परिपेक्ष्य में यह दूरी काफी कम मानी जाती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती से करीब 60 लाख मील से होकर कोई भी चीज गुजरती है तो यह पृथ्वी को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। नासा के प्रवक्ता ने बताया कि 21 नबंवर को गुजरने वाले दो उल्का पिंडों के बाद धरती के सबसे पास से गुजरने वाला यह पहला उल्का पिंड है। इस पिंड की लंबाई 15 मीटर के आसपास थी।
फरवरी 2013 में एक 19 मीटर का उल्का रूस के चेलिअबिस्ंक के असमान में फट गया था। इससे जो उर्जा निकली थी वह पांच लाख टन टीएनटी के विस्फोट के बराबर थी। इस घटना में एक हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। इस साल वैज्ञानिक ने धरती के समीप 1985 उल्का पिंडों का पता लगाया है। साल 2016 में नासा ने ऐसे 1888 एस्टेरॉइड का पता लगाया था।