पीएम मोदी मालदीव के सर्वोच्च सम्मान निशान इज्जुद्दीन से सम्मानित
माले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मालदीव के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन' से सम्मानित किया गया है। मालदीव की राजधानी माले में एक समारोह में राष्ट्रपति इब्राहिम सालेह ने उनको यह सम्मान दिया है। मालदीव का विदेशी मेहमानों को दिया जाने वाला यह सर्वोच्च पुरस्कार है। मालदीव के विदेश मंत्री शाहिद ने मोदी की यात्रा के मद्देनजर ट्वीट कर उनको निशान इज्जुद्दीन से नवाजा जाने की जानकारी दी थी।
मालदीव से सर्वोच्च सम्मान मिलने पर मोदी ने कहा है कि ये बड़ा सम्मान है और वो इसे विनम्रता के साथ कुबूल करते हैं। ये सिर्फ एक व्यक्ति का सम्मान नहीं है बल्कि दो देशों के बीच जो रिश्ता है उसको दिखाता है। दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी शनिवार को अपनी पहली विदेश यात्रा पर मालदीव पहुंचे हैं। वो दो दिन के मालदीव के दौर पर हैं। पीएम मोदी शनिवार को मालदीव में रहने के बाद कल यानी रविवार को श्रीलंका की यात्रा पर रहेंगे।
पीएम मोदी मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सालेह और उप-राष्ट्रपति फैसल नसीम से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से भी उनकी मुलाकात होनी है। विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि दोनों पक्षों का मकसद विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को मजबूत करना है। पीएम मोदी के इस दौरे पर वह राष्ट्रपति सोलेह के साथ कोस्टल सर्विलांस रडार सिस्टम का उद्घाटन कर सकते हैं। यह सिस्टम हिंद महासागर में मैरीटाइम सहयोग और सुरक्षा को मजबूत करने में अहम साबित होगा।
पिछले वर्ष भी गए थे मालदीव
पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहली द्विपक्षीय दौरा है। पीएम मोदी ने पिछले वर्ष नवंबर में पहली बार मालदीव का दौरा किया था। पहले कार्यकाल में वह मोदी का मालदीव का पहला दौरा था। मोदी उस समय राष्ट्रपति इब्राहीम सोलेह के शपथ ग्रहण समारोह के लिए गए थे। हालांकि नवंबर में पीएम मोदी का माले दौरा द्विपक्षीय दौरा नहीं था। ऐसे में अगर देखा जाए तो सितंबर 2011 के बाद भारत का कोई पीएम माले गया है।भारत और मालदीव के संबंध जो पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में बिगड़ गए थे, उनमें नई सरकार बनने के बाद से ही सुधार आया है। पांच फरवरी 2018 को यमीन ने मालदीव में इमरजेंसी लगा दी थी और उनके इस ऐलान ने दोनों देशों के संबंधों को और बिगाड़ दिया।