जब अमेरिका की सबसे ताकतवर महिला ने कहा था, “मैं ट्रंप को जेल में देखना चाहती हूं”
अमेरिका की सबसे ताकतवर महिला ने कहा था, “मैं ट्रंप को जेल में देखना चाहती हूं”
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव) की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने संविधान का घोर उल्लंघन किया है। आरोप के मुताबिक उन्होंने अपने राजनीति प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडन को निबटाने के लिए यूक्रेन से मदद मांगी थी। ट्रंप का यह असंवैधानिक आचरण महाभियोग के दायरे में आता है। प्रतिनिधि सभा में ट्रंप के विरोधी दल डेमोक्रेट का बहुमत है। स्पीकर नैंसी पेलोसी डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता है और डोनाल्ड ट्रंप की कट्टर विरोधी हैं। वे 78 साल की हैं और वे अमेरिका की सबसे ताकतवर महिला मानी जाती हैं। तीन महीना पहले उन्होंने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के प्रस्ताव को उपयुक्त नही माना था। लेकिन अब ट्रंप की यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लादीमीर जेलेंस्की से बातचीत का भेद खुलने के बाद नैंसी ने महाभियोग की प्रक्रिया शुरू कर दी। हालांकि अभी तक अमेरिका में किसी राष्ट्रपति को महाभियोग से हटाया नहीं गया है लेकिन इसका प्रस्ताव ही इस पद के लिए बहुत बड़ा अपमान है।
कौन हैं नैंसी पेलोसी ?
नैंसी, ट्रंप के प्रति बेहद आक्रामक रही हैं। इस साल जून में नैंसी ने कहा था कि वे ट्रंप को पर महाभियोग चलाने की बजाय उन्हें जेल के अंदर देखना चाहती हैं। वे चाहती हैं कि 2020 के राष्ट्पति चुनाव में ट्रंप हार जाएं। जब नैंसी ने राष्ट्रपति ट्रंप को जेल भेजने की बात कही थी तब अमेरिका की राजनीति में खलबली मय गयी थी। आमतौर पर अमेरिका में राष्ट्रपति के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाता। नैंसी के इस बयान को अतिवादी करार दिया गया था। नैंसी 2007 में भी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर रहीं थीं। वे डेमोक्रेटिक पार्टी की ऱणनीतिकार रही हैं। वे अपनी पार्टी की सबसे प्रभावशाली नेताओं में एक हैं। नैंसी अमेरिका के मेरीलैंड राज्य के बाल्टिमोर शहर की रहने वाली हैं। उनके पिता वाल्टिमोर के मेयर थे। पिता से प्रभावित हो कर 1976 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा था।1987 में पहली बार संसद की सदस्य चुनी गयीं।
नैंसी की संवैधैनिक स्थिति मजबूत
अमेरिका में राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति के बाद तीसरा सबसे महत्वपूर्ण पद प्रतिनिधि सभा का स्पीकर है। संविधान में प्रवाधान है कि अगर किसी कारण से राष्ट्रपति का पद खाली होता होता है तो उपराष्ट्रपति इस पद को संभालेगा। अगर उपराष्ट्रपति इस दायित्व को निभाने के लिए मौजूद नहीं हैं तो प्रतिनिधि सभा का स्पीकर अस्थायी रूप से राष्ट्रपति का पद संभालेगा। इस तरह नैंसी अमेरिका की शासन व्यवस्था में अहम ओहदे पर बैठी हुई हैं। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लगाने की जो प्रक्रिया शुरू हुई है उसमें सीनेट की स्थिति ज्यादा महत्वपूर्ण है। प्रतिनिधि सभा में पारित होने के बाद यह प्रस्ताव अनुमोदन के लिए सीनेट में जाएगा। सीनेट में इसे पारित कतरने के लिए दोतिहाई बहुमत की जरूरत पड़ेगी। सीनेट में अभी ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन का बहुमत है। ऐसी स्थिति में महाभियोग का पारित होना मुश्किल है।
ट्रंप प्रशासन पर सूचना लीक करने का आरोप
नैंसी पेलोसी और ट्रंप में शुरू से छत्तीस का आंकड़ा रहा है। इस साल के शुरू में नैंसी ने आरोप लगाया था कि ट्रंप प्रशासन ने अफगानिस्तान यात्रा की सूचना लीक कर के उनकी जान को खतरे में डाल दिया था। स्पीकर नैंसी के साथ सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल युद्धग्रस्त अफगानिस्तान जाकर अमेरिकी सेनिकों से मिलने वाला था। यह यात्रा अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के बलिदान और सेवाओं को साम्मानित करने के लिए प्रस्तावित थी। सांसद एयपोर्ट जाने वाली बस में बैठ भी गये थे। लेकिन सूचना लीक होने के कारण ये यात्रा अचानक रद्द कर दी गयी थी। तब ट्रंप ने नैंसी से कहा था कि अगर वे निजी विमान से अफगानिस्तान जाना चाहती हैं तो यह उनका विशेषाधिकार होगा। तब नैंसी और ट्रंप के बीच खूब जुबानी जंग हुई थी। इसी तरह नैंसी ने ट्रंप पर अमेरिका की पहली मुस्लिम महिला सांसद इल्हान उमर की जान को भी खतरे में डालने का आरोप लगाया था।
ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू, यूक्रेन के नेता से की थी बात