अमेरिकी एयरबेस पर इराक में हमला, दागे गये 13 से ज्यादा रॉकेट, युद्ध छिड़ने की आशंका
इराक स्थिति अमेरिकी एयरबेस को फिर से निशाना बनाया गया है और माना जा रहा है कि इस हमले के बाद इराक में लड़ी जा रही लड़ाई और खतरनाक स्तर तक जा सकती है।
बगदाद: इराक स्थिति अमेरिकी एयरबेस को फिर से निशाना बनाया गया है और माना जा रहा है कि इस हमले के बाद इराक में लड़ी जा रही लड़ाई और खतरनाक स्तर तक जा सकती है। इराक स्थिति एन अल असद एयरबेस को निशाना बनाया गया है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी एयरबेस को महज आठ किलोमीटर की दूरी से निशाना बनाया गया है।
अमेरकी एयरबेस पर हमला
पिछले एक महीने में ये तीसरा मौका है जब इराक में अमेरिकी एयरबेस या किसी अमेरिकन प्रतिष्ठान को चरमपंथियों ने निशाना बनाया है। रिपोर्ट के मुताबिक महज आठ किलोमीटर की दूरी से अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाया गया है और 13 से ज्यादा रॉकेट दागे गये हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में निशाने पर अमेरिकी और नाटो देश के सैनिक थे। हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में एक भी सैनिक की जान नहीं गई है मगर माना जा रहा है कि अमेरिका जल्द ही जबावी कार्रवाई को अंजाम देगा।
अमेरिकी एयरबेस को उस वक्त निशाना बनाया गया है जब सिर्फ 3 दिन बाद ही पोप फ्रांसिस इराक के दौरे पर जाने वाले हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिकी एयरबेस को महज आठ किलोमीटर की दूरी से ही निशाना बनाया गया है और एक के बाद एक 13 रॉकेट दागे गये हैं। इराकी मिलिट्री के मुताबिक इस हमले में अमेरिकी सैनिकों को नुकसान नहीं हुआ है। बगदाद ऑपरेशन कमांड ऑफिसर ने रॉयटर्स को बताया है कि महज 5 मील की दूरी से अमेरिकी एयरबेस पर 13 रॉकेट दागे गये हैं। इससे पहले 16 फरवरी को भी इराकी चरमपंथियों ने इराक में अमेरिकन प्रतिष्ठान को निशाना बनाया था जिसमें एक अमेरिकन कॉन्ट्रेक्टर की मौत हो गई थी वहीं एक अमेरिकन सैनिक भी घायल हो गया था।
अमेरिका का बदला
इससे पहले 16 फरवरी को हुए हमले का बदला अमेरिका ने सीरिया स्थिति मिलिशिया ठिकानों पर हमला कर ले चुका है। अमेरिका ने ये एयरस्ट्राइक सीरिया में स्थिति मिलिशिया ठिकानों पर किया था। अमेरिका ने कहा था कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर किए गये हमले के जबाव में मिलिशिया ठिकानों पर हवाई हमला किया गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दो अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि इराक में अमेरिकी ठिकाने पर इराकी चरमपंथी गुट द्वारा हमले में अमेरिका का एक कॉन्ट्रेक्टर मारा गया था और बदला लेने के लिए अमेरिका ने सीरिया में ईरान द्वारा समर्थिक मिलिशिया के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे।
'सीरिया में शिया आतंकियों पर हमला'
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने अपने बयान में कहा है कि 'जिन ठिकानों को हमने एयरस्ट्राइक में ध्वस्त किया है, उसके बारे में हमें पूरी जानकारी थी और हमें पता है कि हमने किसे निशाना बनाया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि हमें पूरा यकीन है कि हमने जिन ठिकानों को ध्वस्त किया है उन ठिकानों का इस्तेमाल शिया आतंकी अमेरिका और सहयोगी देशों के खिलाफ कर रहे थे। इसी ठिकाने से 15 फरवरी को इराक स्थिति अमेरिका के एक सैन्य ठिकाने पर हमला किया गया था जिसमें एक कॉन्ट्रेक्टर की मौत हो हई थी जबकि कुछ अमेरिकी सैनिक घायल हो गये थे। अमेरिकी रक्षामंत्रालय के मुताबिक राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस हमले को मंजूरी देने के लिए सलाह दी गई थी'
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