दुनिया भर में हो रही इस मोसाद की महिला अधिकारी की चर्चा, एजेंसी ने चेहरा छुपाकर जारी की तस्वीर, जानिए क्यों
तेल अवीव, 19 अगस्तः दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसी में शुमार इजरायल की मोसाद ने खुफिया निदेशक के वरिष्ठ पद पर एक महिला को नियुक्त किया गया है। यह पहली बार है जब इस प्रतिष्ठित पद पर किसी महिला की नियुक्ति हुई है। इसके साथ ही मोसाद ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अब एजेंसी में शीर्ष पदों पर दो महिलाएं हो चुकी हैं। दूसरी पहले से ही ईरान डेस्क के प्रमुख के रूप में एक महत्वपूर्ण स्थान पर कार्यरत हैं।
दो शीर्ष पदों पर महिला नियुक्त
मोसाद एजेंसी में दो टॉप पोजिशन होती हैं। 'अलफ' और 'कुफ'। यह नियुक्ति मोसाद के सर्वोच्च पद अलफ के लिए हुई है। 'कुफ' पद पर पहले से ही ईरान डेस्क हेड अपनी सेवाएं दे रही है। यह पहली बार है जब इस प्रमुख जोड़ी को महिला संभाल रही हैं। मोसाद ने नई नियुक्ति के बाद 'अलफ' की तस्वीर को ब्लर करके जारी किया है ताकि उनकी सुरक्षा को किसी प्रकार का खतरा न हो। प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, 'अलफ' लगभग 20 वर्षों से खुफिया प्रतिष्ठान में शामिल है।
मिली मोसाद की अहम जिम्मेदारी
अलफ अपनी नई पोजिशन में, इजरायल डिफेंस फोर्स के सैन्य खुफिया प्रमुख के समकक्ष होंगी। वह ईरानी परमाणु कार्यक्रम, वैश्विक आतंकवाद और राष्ट्रीय स्तर के कई मुद्दों को संभालेंगी। इसके अलावा, वह मोसाद के सभी कार्यों में खुफिया जानकारी के लिए जिम्मेदार होंगी और खुफिया संग्रह, विश्लेषण और अनुसंधान के व्यवसायों में कई सैकड़ों कर्मचारियों के प्रबंधन का कामकाज देखेंगी। दो महीने पहले एक पुरस्कार समारोह में बोलते हुए, अलफ ने कहा था कि वह इस विशिष्ट मंच का उपयोग विशेष रूप से युद्ध या तकनीकी इकाइयों में उनकी क्षमता और प्रभाव का एहसास दिलाने के लिए करेंगी ताकि वे अपनी पहचान बना सकें।
इजरायल के पूर्व पीएम ने बताया बेहतर फैसला
वहीं, मोसाद के ईरान डेस्क की प्रमुख कुफ, ईरानी खतरे के खिलाफ रणनीति बनाएंगी और इसके साथ ही आईडीएफ और अन्य प्रासंगिक सुरक्षा शाखाओं के संयोजन के साथ मोसाद की परिचालन, तकनीकी और खुफिया शाखाओं के बीच समन्वय के लिए जिम्मेदार होंगी। इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने इस जोड़ी को मोसाद में शीर्ष पद दिए जाने की प्रशंसा करते हुए इसे बेहतर फैसला बताया है। बेनेट ने नियुक्तियों को एक महान निर्णय बताते हुए कहा कि उन्होंने पिछले हफ्ते ही एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान इस जोड़ी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक सुरक्षित हाथों में है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के पद छोड़ने के बावजूद, बेनेट के पास अभी भी ईरान का विभाग है।
मोसाद प्रमुख ने किया फैसले का स्वागत
मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि जैसे ही कोई मोसाद में एंट्री ले लेता है तो वह पुरुष हो या स्त्री समान नजर से देखा जाने लगता है। मोसाद प्रमुख ने कहा कि कई महिलाएं एजेंट से लेकर अन्य बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। बार्निया ने अधिक से अधिक महिलाओं को मोसाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया और इस बात पर जोर दिया कि पुरुष हों या महिलाएं यह दरवाजा सबके लिए हमेशा खुला रहता है। बस मुद्दा ये है कि वे किस भूमिका में बेहतर फिट महसूस होते हैं।
दुनिया की सबसे खतरनाक सुरक्षा एजेंसी है मोसाद
बता दें कि मोसाग दुनिया का सबसे अधिक खतरनाक खूफिया एजेंसी कही जाती है। ऐसा कहा जाता है कि मोसाद ने चाह लिया तो अपराधी दुनिया के किसी भी देश में क्यों न छुपा हो वह उसे ढूंढ कर सजा देती है चाहे इसके लिए कितना ही वक्त क्यों न लग जाए। अक्सर मोसाद की महिला एजेंट सुर्खियों में रहती हैं। इन्होंने बड़े-बड़े मिशनों पर खुद को साबित भी किया है।
भारत को घेरने के लिए चीन का नया 'मिशन हिंदमहासागर' शुरू, अफ्रीकी देश जिबूती में खोला नौसैनिक अड्डा