जर्मनी के चर्च के अंदर 3,677 रेप के मामले, पोप फ्रांसिस ने पादरियों को किया समन
बर्लिन। जर्मनी में एक कैथोलिक चर्च के अंदर यौन उत्पीड़न के मामले में सबको चौंका दिया है। जर्मनी की मीडिया की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यहां पर एक कैथोलिक चर्च के अंदर यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट में साल 1946 से 2014 के बीच के इस तरह के 3,677 मामलों के बारे में बताया गया है। जर्मनी के दो मीडिया संस्थानों स्पीजेल ऑनलाइन और डाई जेत ने कहा है कि आधे से ज्यादा पीड़ितों की उम्र 13 वर्ष या इससे कम थी। इन दोनों ही वीकली न्यूजपेपर्स की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है दोनों साप्ताहिक ने बताया है कि हर छठा मामला बलात्कार का है और कम से कम 1670 धर्मगुरू इसमें शमिल थे।
रिपोर्ट में लगा चार साल का समय
इस रिपोर्ट को जर्मनी में रोमन कैथोलिक चर्च बिशप्स कॉन्फ्रेंस की ओर से कमीशन की गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 4.4 प्रतिशत मामलों में पादरी शामिल रहे हैं। इस रिपोर्ट को तीन यूनिवर्सिटीज के रिसर्चर्स की ओर से चार वर्षों से ज्यादा समय में तैयार किया गया है। ट्रियर के बिशप स्टीफन एकेरमान कहते हैं कि वो इस तरह के यौन उत्पीड़न के बारे में जानते हैं और अब इस स्टडी से उनके पास मौजूद तथ्यों को और बल मिला है। उन्होंने कहा कि यह काफी निराश करने वाली और शर्मिंदा करने वाली रिपोर्ट है। रिपोर्ट की फाइंडिंग्स को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। लेकिन अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के पास इस रिपोर्ट की आठ पेज की समरी मौजूद है। इस बीच पोप फ्रांसिस ने दुनियाभर के सभी बिशप्स के अध्यक्षों को अगले वर्ष फरवरी में होने वाले सम्मेलन के लिए बुलाया है। इस सम्मेलन में पादरियों के यौन दुर्व्यवहार और बच्चों की सुरक्षा पर चर्चा होगी। पोप के इस कदम को लेकर कहा जा रहा है कि उन्हें ये महसूस हुआ है कि ये अनैतिक आचरण वैश्विक स्तर पर हो रहा है और अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो ये उनकी विरासत को कमतर करेगा।