सोमालिया हमला: अब तक 276 लोगों की मौत, देश में 3 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित, अल-शबाब पर शक
पूर्वी अफ्रीका के सोमालिया ने शनिवार को अपने इतिहास का सबसे दर्दनाक आतंकी हमला झेला है। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हुए दो धमाकों में अब तक 276 की मौत और करीब 300 लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं।
मोगादिशु। पूर्वी अफ्रीका के सोमालिया ने शनिवार को अपने इतिहास का सबसे दर्दनाक आतंकी हमला झेला है। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हुए दो धमाकों में अब तक 276 की मौत और करीब 300 लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं। पहला बड़ा धमाक मोगादिशु में एक होटल के प्रवेश के पास विस्फोटकों से भरे ट्रक में हुआ और उसके बाद दूसरा धमाका मदीना जिले में हुआ है। पुलिस के मुताबिक, मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
राष्ट्रीय शोक घोषित
इस दर्दनाक हमले के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद फरमाजो ने सोमालिया में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया है। राष्ट्रपति ने कहा, 'हम मासूम पीड़ितों के खातिर देश में तीन दिन के लिए राष्ट्रीय शोक घोषित कर रहे हैं। झंडा आधा झुका दिया जाएगा। एकजुट होने और प्रार्थना की जरूरत है। आतंकवाद नहीं जीतेगा।' राष्ट्रपति ने इस हमले से पीड़ित लोगों की मदद करने का भी आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, 'मैं हमारे लोगों से कहना चाहता हूं कि मदद के लिए आगे आएं, ब्लड डोनेट करें और शोक में लोगों के साथ खड़े हो। चलिए एक साथ मिलकर यह काम करते हैं।'
अल-शबाब पर शक
धमाके बाद लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हो गए। सोमालिया सरकार ने इस धमकों के पीछे अलकायदा से जुड़े अल-शबाब इस्लामिक चरमपंथी गुट को दोषी ठहराया है। हालांकि, इस्लामिक चरमपंथी गुट जो कई बार सोमालिया में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं, उन्होंने अभी तक इस इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
तुर्की और केन्या मदद के लिए आए आगे
सोमालियाई नेता अब्दिरहमान ओसमान ने इस हमले को कायरना बताते हुए कहा कि तुर्की और केन्या जैसे देश मेडिकल मदद के लिए आगे आए हैं। हमले के एक दिन बाद मोगादिशु के हॉस्पिटल्स में जबरदस्त भीड़ है, हजारों लोग सड़कों और सरकारी आवासों के बाहर जमा हो गए है। वहीं, मदीना अस्पताल के निदेशक मोहम्मद यूसुफ हसन ने कहा है कि वो धमाके से हुई तबाही से हैरान हैं और लोग लाशों को पहचाना भी मुश्किल हो रहा है।
आर्मी चीफ के इस्तीफा के बाद धमाका
सोमालिया में यह धमाका डिफेंस मिनिस्टर और आर्मी चीफ के इस्तीफे के सिर्फ 48 घंटे बाद हुआ है। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु एक लंबे समय से अल-कायदा और अल-शबाब जैसे कई आतंकी हमलों को झेल चुका है। इस हमले के बाद सोमालिया सरकार पर ही लापरवाही को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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