श्रीलंका के मंत्री बोले, मोदी ने किया देश का दौरा, अब सुरक्षा के लिए और क्या सुबूत चाहिए
कोलंबो। श्रीलंका के पर्यटन मंत्री ने देश में 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। पर्यटन मंत्री जॉन अमरातुंगा ने कहा है कि पिछले दिनों भारतीय प्रधानमंत्री की श्रीलंका यात्रा इस बात का सुबूत है कि देश पूरी तरह से सुरक्षित है। श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए आठ सीरियल ब्लास्ट्स में 256 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें से 40 विदेशी नागरिक थे।
'इससे बेहतर सुबूत और कुछ नहीं'
अमरातुंगा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका आए थे और यही इस बात का सुबूत है कि श्रीलंका पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने यहां के चर्च का दौरा किया। वह काफी मिलनसार थे और सहज महसूस कर रहे थे और अब सुरक्षा का इससे ज्यादा बेहतर सुबूत क्या हो सकता है।' पीएम मोदी इस माह मालदीव से लौटते हुए श्रीलंका के दौरे पर गए थे। श्रीलंका के पर्यटन मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने अपना श्रीलंका दौरा कैंसिल कर दिया है। हालांकि पोंपेयो की विजिट के कैंसिल होने का श्रीलंका में हुए बम ब्लास्ट से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन कुछ लोग कयास लगा रहे थे कि शायद पोंपेयो ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अपना दौरा निरस्त किया है।
इमरजेंसी का पर्यटन पर कोई असर नहीं
श्रीलंका में हुए हमलों को तीन माह पूरे हो चुके हैं। इन तीन माह में हमलों का देश पर क्या प्रभाव रहा जब इस बारे में अमारतुंगा से पूछा गया तो उन्होंने सधा हुआ जवाब दिया। अमारतुंगा ने कहा, 'श्रीलंका बिल्कुल वैसा ही जैसा ब्लास्ट के पहले था। हालांकि हमारी इंटेलीजेंस ने काफी तेज एक्शन लिया और 10 दिनों के अंदर उन लोगों को गिरफ्तार कर लिया या फिर खत्म कर दिया, जिन्होंने चर्च और होटल्स को निशाना बनाया था ।' उन्होंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि देश में जारी इमरजेंसी का कोई खास असर लोगों पर हुआ है। उनका कहा था कि देशों ने श्रीलंका के लिए जारी ट्रैवेल एडवाइजरी को खत्म कर दिया है और इसकी वजह है इमरजेंसी ही है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी पर्यटन के लिए किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। श्रीलंका को उन लोगों की जांच करनी है जो इन हमलों के लिए जिम्मेदार हैं। अगले 2-3 दिन में इमरजेंसी को हटा लिया जाएगा।