अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने दी अच्छी खबर, बुजुर्गों पर भी हो रहा कोरोना वैक्सीन का असर
नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना वायरस के 3.37 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही 10 लाख लोगों की मौत हुई है। मौजूदा वक्त में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। सर्दियों में इसके और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। इस बीच अमेरिका की बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने एक राहत भरी खबर दी है। जिसके मुताबिक उनकी वैक्सीन बुजुर्गों पर भी कारगर है।
बुजुर्गों में बन रही एंटीबॉडी
दरअसल शुरूआती ट्रायल के दौरान कुछ वैक्सीन में ये बातें सामने आई थीं कि ज्यादा उम्र वाले लोगों पर इसका असर नहीं होगा या तो बहुत ही कम होगा, लेकिन अब मॉडर्ना की वैक्सीन के ट्रायल में राहत भरी खबर सामने आई है। जिसमें पता चला कि ये वैक्सीन बुजुर्गों पर भी उतनी ही कारगर है जितनी युवाओं पर, क्योंकि उनमें भी एंटीबॉडीज तैयार हुई हैं। ऐसे में साफ है कि वैक्सीन बुजुर्गों को भी कोरोना के खतरे से बचाएगी।
कई बुजुर्ग भी ट्रायल में शामिल
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक इसके साइड इफेक्ट भी उच्च खुराक वाली फ्लू वैक्सीन की तरह हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम भी कमजोर होता है। ऐसे में ये ट्रायल आशाजनक हैं। पहले तो ये ट्रायल सिर्फ 18-55 आयु वर्ग के लोगों पर किया गया, लेकिन बाद में इसमें 56 से 70 और 71 साल से अधिक उम्र के कुल 40 लोगों को शामिल किया गया। इन वॉलंटियर्स को मॉडर्ना वैक्सीन की 25mg और 100mg की दो खुराद दी गई है।
क्या हैं साइड-इफेक्ट्स?
स्टडी के मुताबिक वैक्सीन की दोनों खुराकों के बीच 28 दिन का अंतराल था। जब दूसरी खुराक बुजुर्गों को दी गई तो उनके शरीर ने अच्छी प्रतिक्रिया दी और एंटीबॉडीज बनने लगीं। हालांकि हर दवा या वैक्सीन की तरह मॉडर्ना वैक्सीन के भी साइड-इफेक्ट्स हैं। ट्रायल के दौरान वॉलंटियर्स में सिर दर्द, थकान जैसे शिकायतें सामने आईं। वहीं कम से कम दो लोगों में रिएक्शन ज्यादा था। फिलहाल इस पर विस्तार से अध्ययन हो रहा है। उम्मीद है कि जल्द इस ट्रायल के परिणाम आ सकते हैं।
(तस्वीरें-प्रतीकात्मक)
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