इंडिया समिट में अमेरिका ने फिर से पाकिस्तान को दिखाया आईना
वॉशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को दिए जाने वाले समर्थन के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप ने काफी कड़ा रुख अख्तियार किया है, साथ ही यह साफ किया है कि आतंकवाद का समर्थन कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रंप सरकार के तहत हमने इंडो पैसिफिक में रक्षा सहयोग को नई ऊचाइयों तक पहुंचाया है, साथ ही पाकिस्तान के आतंकवाद के समर्थन के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया है। पोंपेयो ने यह बयान इंडिया आईडियास समिट के दौरान दिया है।
पाक
पर
अमेरिका
की
पाबंदी
गौर
करने
वाली
बात
है
कि
अमेरिका
ने
पाकिस्तान
के
राजनियकों
को
दी
जाने
वाली
करों
में
छूट
को
वापस
ले
लिया
है।
इससे
पहले
अमेरिका
ने
पाकिस्तान
के
राजनयिकों
पर
वॉशिंगटन
से
25
किलोमीटर
दूर
जाने
पर
पाबंदी
लगा
दी
है।
अमेरिका
की
ओर
से
साफ
कहा
गया
है
कि
बिना
अनुमति
के
वॉशिंगटन
में
काम
करने
वाले
पाकिस्तान
के
राजनयिकों
को
जाने
की
इजाजत
नहीं
दी
गई
है।
पिछले
वर्ष
डोनाल्ड
ट्रंप
ने
अमेरिका
को
दी
जाने
वाली
1.3
बिलियन
डॉलर
की
वार्षिक
मदद
को
भी
रोक
दिया
था।
अमेरिका
ने
साफ
कहा
था
कि
पाकिस्तान
आतंकवाद
के
खिलाफ
सक्रिय
भूमिका
नहीं
निभा
रहा
है।
24
जून
को
होंगे
भारत
में
अमेरिका
विदेश
मंत्री
माइक
पोंपेयो
24
जून
को
दिल्ली
में
होंगे
और
उन्होंने
यह
जानकारी
खुद
साझा
की
है।
पोंपोयो
की
मानें
तो
इस
बात
भारत
दौरे
पर
आने
का
उनका
मकसद
भारत
के
साथ
संबंधों
को
और
आगे
लेकर
जाना
है।
पोंपेयो
ने
कहा
कि
इंडो-पैसेफिक
रीजन
में
अमेरिकी
राष्ट्रपति
डोनाल्ड
ट्रंप
की
रणनीति
के
तहत
नई
दिल्ली
के
साथ
संबंधों
को
और
मजबूत
करने
की
दिशा
में
काम
किया
जा
रहा
है।
पोंपेयो
भारत
के
बाद
श्रीलंका
और
फिर
जापान
भी
जाएंगे।
अहम
बैठक
पोंपेयो
ने
कहा,
'मैं
इस
मौके
की
तरफ
देख
रहा
हूं
जो
न
सिर्फ
हमारे
करीबी
आर्थिक
संबंधों
के
लिए
एक
प्रतिक्रिया
की
तरह
हैं
बल्कि
जो
बात
सबसे
अहम
है
वह
है
भारत
और
अमेरिका
आने
वाले
समय
में
एक
ऐसी
साझेदारी
का
निर्माण
कर
सकते
हैं
जो
दोनों
देशों
के
लिए
फायदेमंद
होगी।'
विदेश
विभाग
के
प्रवक्ता
मॉर्गन
ओरटाग्स
ने
मीडिया
को
जानकारी
दी
कि
पोंपेयो
24
जून
को
हिंद-प्रशांत
क्षेत
का
दौरा
करेंगे
और
30
जून
तक
वह
अहम
देशों
के
साथ
अमेरिका
की
साझेदारी
को
मजबूत
करने
का
काम
करेंगे।
ओरटाग्स
ने
कहा,
'पोंपेयो
का
पहला
पड़ाव
भारत
की
राजधानी
नई
दिल्ली
होगा।
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
हाल
ही
में
चुनावों
के
जीत
हासिल
की
है
और
अब
उनके
पास
मौका
है
कि
वह
एक
समृद्ध
और
मजबूत
भारत
का
नजरिया
पेश
करेंगे
जो
कि
अंतरराष्ट्रीय
मंच
पर
एक
अहम
रोल
अदा
करता
है।'
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