हिंदुओं पर टिप्पणी की वजह से अमेरिकी विदेश मंत्री बनने की रेस में शामिल पोंपेयो का विरोध कर रहे डेमोक्रेट
बुधवार को डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर माइक पोंपेयो को अमेरिकी विदेश मंत्री पद के लिए नामांकित करने के कदम का विरोध हिंदुओ और मुसलमान समुदाय के लोगों पर की गई टिप्पणी की वजह से किया जा रहा है।
वॉशिंगटन। बुधवार को डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर माइक पोंपेयो को अमेरिकी विदेश मंत्री पद के लिए नामांकित करने के कदम का विरोध किया गया। पोंपेयो का विरोध अमेरिका में बसे हिंदु और मुसलमान समेत दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों पर की गई उनकी एक टिप्पणी की वजह से किया जा रहा है। पोंपेयो ने भारतीय-अमेरिकी राजेनता राज गोयल पर साल 2010 में एक विवादित ट्वीट किया था। आपको बता दें कि रेक्स टिलरसन को जब से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेश मंत्री के पद से हटाया है तब से पोंपेयो के नाम पर तेजी से मंत्रणा जारी है। पोंपेयो हाल ही में नॉर्थ कोरिया गए थे और यहां पर उन्होंने नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन से भी मुलाकात की थी।
पोंपेयो के विरोध में बहस तेज
डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज ने कहा कि ये चिंताएं नीतिगत मतभेद से अलग है और यही वजह अकेले किसी भी व्यक्ति के नामांकन को खारिज करने के लिए काफी है। मेनेंडेज विदेशी संबंधों पर बनाई गई कमेटी के सर्वोच्च सदस्य हैं। बुधवार को पोंपेयो के नामांकन पर बहस के दौरान यह बात कही। इसके अलावा सीनेट में अल्पसंख्यक नेता चार्ल्स शुमर ने कहा कि पोंपेयो ने मुसलमानों और भारतीय अमेरिकियों के अलावा एलजीबीटी समुदाय समेत महिला अधिकारों पर जो कुछ भी कहा है, उससे वह मुकर नहीं सकते हैं। अब जबकि वह अमेरिकी विदेश मंत्री बनने की कतार में हैं उन्हें उन देशों का सामना करना पड़ेगा जो उनकी टिप्पणी से प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा, 'मैं एकदम साफ मन से पोंपेयों के नामांकन के खिलाफ वोट करूंगा। मेरा मानना है कि राष्ट्रपति के पास टीम होनी चाहिए और नीतियों पर मतभेद होना सिर्फ किसी नामांकन को खारिज करने के लिए काफी नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि वह पोंपेयो को संदेह का लाभ देते हैं और तीन सवालों का जवाब देने का मौका दिया था। उनका कहना था कि ये सवाल काफी अहम हैं और उनके नामांकन की विशाल चिंताओं से जुड़े हैं। पोंपेयों उन सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे।
भारत का सामना कैसे करेंगे पोंपेयो
मेनेंडेज ने कहा कि जब राष्ट्रपति मैक्सिको के नागरिकों को ड्रग-ट्रैफिकर्स और बलात्कारी बुलाते हैं तो क्या पोंपेयो राष्ट्रपति को ऐसा न कहने की सलाह देंगे? या फिर पोंपेयो, जिन्होंने अपनी विपक्षी को 'पगड़ी वाला व्यक्ति' बुलाया था, उन्हें बहकाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि पगड़ी पहनने वाले अलग-अलग विश्वासें के लोगों पर इस तरह की टिप्पणी के बारे में वह कैसे बात करेंगे चाहे वे भारत में बसे लाखों सिख हों, पंजाबी हों या फिर मुसलमान हों। उन्होंने भारत को अमेरिका का एक खास साझीदार भी करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पोंपेयो ने अमेरिका में बसे मुसलमान नेताओं पर कुछ खौफनाक आतंकी हमलों में मिलीभगत का आरोप भी लगाया था। मेनेंडेज के मुताबिक दुनिया में करीब दो मिलियन लोग मुसलमान धर्म को मानते हैं और ऐसे कई देशों के साथ अमेरिका के रिश्ते हैं। पोंपेयो ने साल 2010 में भारतीय-अमेरिकी राजनेता रोज गोयल पर टिप्पणी की थी। उस समय राज कंसास से कांग्रेस के सदस्य थे। उन्होंने राज गोयल को 'पगड़ी वाला व्यक्ति' करार दिया था जो मुसलमान, हिंदु, बौद्ध या कुछ और भी हो सकता है।