जापान: Microsoft ने कर्मचारियों को हफ्ते में दी 3 की दिन की छुट्टी, 40 फीसदी बढ़ी प्रोडक्टिविटी
टोक्यो: माइक्रोसॉफ्ट ने जापान में हफ्ते में चार दिन के वर्कवीक का परीक्षण किया। इसके बाद कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी में बढ़ोतरी देखी गई। दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की इस प्रोजेक्ट का व्यापक असर हुआ और काम के घंटो में कटौती की वजह से प्रोडेक्टविटी में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। माइक्रोसॉफ्ट ने अगस्त में एक महीने के लिए जापान में 'वर्क लाइफ च्वाइस चैलेंस समर-2019' आयोजित किया।
माइक्रोसॉफ्ट ने दी 3 दिन की छुट्टी
माइक्रोसॉफ्ट ने इस प्रोजेक्ट के तहत शुक्रवार को ऑफिस बंद किया। टेक कंपनी ने अपने 2300 कर्मचारियों को हफ्ते में तीन दिन का अवकाश दिया। ये वर्कवीक कम करने के तहत किया गया। माइक्रोसॉफ्ट जापान के इस प्रयोग के परिणाम बेहद सकारात्मक रहे। अगस्त 2018 की तुलना में इस दौरान प प्रोडक्टिविटी में 39.9 फीसदी की बढोतरी देखी गई।
कंपनी को हुआ ये फायदा
तीन हफ्ते के अवकाश के दौरान देखा गया कि कर्मचारियों ने कम छुट्टियां लीं और कंपनी में 23.1 प्रतिशत कम बिजली की खपत हुई। इससे भी कंपनी का खर्च में कटौती हुई। माइक्रोसॉफ्ट ने इस दौरान 30 मिनट की मीटिंग रखी और कांफ्रेस को बढ़ोतरी की। इस दौरान 58.7 फीसदी कम पेज प्रिंट किए गए। इस परीक्षण के समाप्त होने के बाद जब कंपनी ने कर्मचारियों से फीडबैक लिया तो 92.1 प्रतिशत कर्मचारियों ने चार दिन के हफ्ते को बेहतरीन आइडिया बताया।
फिर से लागू करने की तैयारी में माइक्रोसॉफ्ट
दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट इसे एक बार फिर से लागू करने की योजना पर काम कर रहा है। वो इस साल सर्दियों में इसे फिर से लागू करने की योजना बना रहा है। इसका फायदा ये हुआ है कि लोगों में तनाव कम देखा गया। 2108 में न्यूजीलैंड की एक फर्म कंपनी ने हफ्ते में चार दिन के काम का परीक्षण किया था, जो सफल रहा था। साल 2016 के एक सरकारी अध्ययन के अनुसार, लगभग एक चौथाई जापानी कंपनियों को कर्मचारियों से महीने में 80 घंटे से अधिक काम करने की आवश्यकता होती है।
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