मिलिए सऊदी अरब की महिला बॉक्सर से, जो पुरुषों की सोच पर मार रही हैं 'पंच'
दुबई। इस्लामिक रूढ़ीवादी मुल्क सऊदी अरब में तेजी से महिलाओं के अधिकार के लिए बदलाव देखने को मिल रहे हैं। महिलाओं को स्पोर्ट्स ग्राउंड जाने की इजाजत हो या ड्राइविंग करने की, वहां अब धीरे-धीरे ही सही हर तरीके की आजादी मिल रही है। इस बीच इन दिनों एक सऊदी महिला बहुत चर्चा में है, जो ना सिर्फ अपनी फिटनेस के लिए बल्कि बॉक्सिंग के लिए भी जानी जाती है। सऊदी में हलह-अल हमरानी महिलाओं के लिए जिम चलाती है, जिसमें वो ना सिर्फ फिट रहने के गुर बल्कि, वह क्लासिथेनिक्स, क्रॉसफिट, बॉक्सिंग और किकबॉक्सिंग भी सिखाती हैं।
सऊदी अरब के जेद्दाह शहर की रहने वाली 41 साल की हमरानी आने वाली नई पीढ़ी की लड़कियों से प्रेरणा के रूप में काम कर रही है। एक ऐसे देश में जहां सार्वजनिक रूप से व्यायाम करना महिलाओं के लिए सांस्कृतिक रूप से ठीक नहीं माना जाता है, हमरानी वहां एक पीढ़ी को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही हैं, यह खेल किसी जोखिम से कम नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएफपी से बात करते हुए हमरानी बताती है कि उन्होंने 2016 में यह जिम खोला था। आज यहां कई महिलाएं रोजाना उसकी क्लास ज्वाइन करती हैं। उसने कहा, "क्लास के बाद वे और अधिक आत्मविश्वास से बाहर निकलते हैं। कई लोगों ने अपनी आवाज को सुना हैं। उनकी माताओं ने मुझसे संपर्क किया और उनकी बेटियों को ऐसी सशक्तीकरण महसूस कराने के लिए धन्यवाद दिया।
एक अमेरिकी मां और सऊदी पिता की बेटी के रूप में हमरानी अपने आपको एक सौभाग्यशाली महिला होने से इनकार नहीं करती है, जिसके माता-पिता खुले-दिमाग वाले थे और खेल को एक कम उम्र से ही प्रोत्साहित किया। हमरानी पूरे सऊदी अरब में शायद अकेली महिला है, जो इस साहस भरे काम को आगे लेकर जा रही है।