कनाडा: वैंकुवर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन, तिब्बत और भारत के लोग भी हुए शामिल
वैंकुवर। चीन के खिलाफ अब पूरी दुनिया का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और इसकी एक झलक कनाडा के वैंकुवर में देखने को मिली है। यहां पर चीनी कांसुलेट ऑफिस के करीब वैंकुवर आर्ट गैलरी के बाहर चीन की सत्तधारी कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ है। चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के शासन के खिलाफ हुए प्रदर्शन भारी तादाद में लोगों की भीड़ उमड़ी। रविवार को इस प्रोटेस्ट में वो लोग शामिल थे जो मूल रूप से चीन, हांगकांग, तिब्बत, शिनजियांग, भारत और फिलीपींस के रहने वाले हैं लेकिन अब उनके पास कनाडा की नागरिकता है।
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लगातार चीन के खिलाफ प्रदर्शन
वैंकुवर में हुए प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग और तिब्बत के लोगों पर हो रहे चीनी सरकार के प्रति अपना गुस्सा दिखाया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वो दो कनैडियन माइकल कोरविग और माइकल स्पावोर को चीनी सरकार की गिरफ्त से आजाद कराने के लिए हस्तक्षेप करे। जुलाई माह की शुरुआत में भी एक विरोध प्रदर्शन हुआ था और उसे भी लोगों ने काफी समर्थन दिया था। इस प्रदर्शन में कनाडा तिब्बत कमेटी और तिब्बती कम्युनिटी, फ्रेंड्स ऑफ कनाडा और इंडिया ऑर्गनाइजेशन, ग्लोबल पिनॉय डायसपोरा कनाडा, वैंकुवर सोसायटी ऑफ फ्रीडम, डेमोक्रेसी एंड हृयूमन राइट्स इन चाइना जैसे संगठन शामिल हुए थे। कोरोना वायरस महामारी की वजह से हर संगठन को बस 50 सदस्य लाने की ही अनुमति थी।
साल 2018 से कनाडा के साथ तनाव
एक हफ्ते पहले ही टोरंटो में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और इसकी अतिवादी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे। उस विरोध प्रदर्शन में 100 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। टोरंटो में हुए विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कम्युनिस्ट पार्टी से अपील की गई थी वह तिब्बत और हांगकांग को आजाद कर दे। इसके अलावा लद्दाख में जारी चीनी आक्रामकता के खिलाफ भी प्रदर्शन हुए थे। साथ ही शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के खिलाफ मानवाधिकार हनन का मुद्दा भी उठाया गया था। कनाडा और चीन के बीच साल 2018 से ही तनाव जारी है। उस समय चीनी कंपनी हुआवे के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मेंग वानझोऊ को अमेरिकी वॉरंट के तहत कनाडा में गिरफ्तार किया गया था। मेंग पर जासूसी का आरोप लगा था। इसके बाद कनाडा के नागरिक और पूर्व राजनयिक माइकल कोवरी और बिजनेसमैस माइकल स्पावोर को भी चीन में जासूसी के आरोप पर गिरफ्तार किया गया।