मार्टिन बशीर की माफ़ी: 'राजकुमारी डायना को नुक़सान पहुँचाने का इरादा नहीं था'
एक स्वतंत्र जाँच रिपोर्ट के अनुसार, राजकुमारी डायना का इंटरव्यू हासिल करने के लिए बीबीसी के पूर्व पत्रकार मार्टिन बशीर ने 'ग़लत' तरीक़े का इस्तेमाल किया था.
पत्रकार मार्टिन बशीर ने कहा है कि "उनका मक़सद कभी भी राजकुमारी डायना, प्रिंसेस ऑफ़ वेल्स को नुकसान पहुँचाना नहीं था." वर्ष 1995 में उनके द्वारा किया गया जो इंटरव्यू फ़िलहाल चर्चा में है, उसे लेकर मार्टिन बशीर ने कहा है कि "वे नहीं मानते कि उन्होंने अपने इंटरव्यू से उन्हें कोई नुक़सान पहुँचाया." एक स्वतंत्र जाँच रिपोर्ट के अनुसार, राजकुमारी डायना का इंटरव्यू हासिल करने के लिए पत्रकार मार्टिन बशीर ने 'ग़लत' तरीक़े का इस्तेमाल किया था जिसे उन्होंने बीबीसी से भी छिपाया था. ब्रितानी अख़बार 'द संडे टाइम्स' से बातचीत में बशीर ने कहा कि वे राजकुमारी डायना के दोनों बेटों के लिए अत्यंत खेद प्रकट करते हैं. लेकिन उन्होंने प्रिंस विलियम के उस दावे को ख़ारिज किया कि 'उस इंटरव्यू ने राजकुमारी डायना के जीवन में मानसिक उन्माद पैदा किया था' और कहा कि "राजकुमारी डायना उनके बहुत क़रीब थीं और वे उन्हें पसंद करते थे." बशीर ने अख़बार से बातचीत में कहा कि "1990 के दशक की शुरुआत में भी कुछ ख़बरें आईं थीं कि गोपनीय तरीक़े से फ़ोन कॉल रिकॉर्ड की जा रही हैं और वे उनमें से किसी भी ख़बर के स्रोत नहीं थे."
'डायना से बाद में भी दोस्ती रही'
मार्टिन बशीर ने दावा किया है कि राजकुमारी डायना कभी भी उस इंटरव्यू के कंटेंट (विषयवस्तु) को लेकर नाख़ुश नहीं थीं. बशीर के अनुसार, उस इटरव्यू के बाद भी राजकुमारी डायना और उनके बीच अच्छी दोस्ती रही. बशीर ने राजकुमारी डायना से अपनी दोस्ती का हवाला देते हुए कहा कि "साल 1996 में वे दक्षिणी लंदन के एक अस्पताल में मेरी पत्नी और मेरे तीसरे बच्चे का हाल-चाल लेने भी आयीं थीं." उन्होंने कहा, "उस इंटरव्यू के लिए सब कुछ राजकुमारी डायना के मन-मुताबिक़ हुआ था. कब उसका प्रसारण होगा या फिर क्या उसकी विषय वस्तु होगी, वो सब उनकी जानकारी में हुआ था."
स्वतंत्र जाँच रिपोर्ट में ये कहा गया कि मार्टिन बशीर ने राजकुमारी डायना से मुलाक़ात के लिए उनके भाई अर्ल स्पेन्सर का भरोसा हासिल किया और इसके लिए बशीर ने उन्हें बैंक के कुछ फ़र्ज़ी दस्तावेज़ दिखाए थे. इस आरोप पर बशीर ने कहा, "मैं मानता हूँ कि वो ग़लत था. मुझे उसका पछतावा है. लेकिन इंटरव्यू देने का फ़ैसला राजकुमारी का निजी फ़ैसला था. उसका बैंक के दस्तावेज़ों से कोई लेना-देना नहीं था. और उस इंटरव्यू के लिए मैं बेहद गौरवान्वित महसूस करता हूँ." मार्टिन बशीर का यह इटरव्यू 'द संडे टाइम्स' अख़बार में ब्रिटेन की नेशनल गैलरी के चेयरमैन लॉर्ड हॉल के इस्तीफ़ा देने के बाद प्रकाशित हुआ है. उन्होंने भारी आलोचना के बीच, शनिवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. टोनी हॉल (अब लॉर्ड हॉल) राजकुमारी डायना के इंटरव्यू के समय बीबीसी के डॉयरेक्टर ऑफ़ न्यूज़ थे.
जाँच रिपोर्ट और इंटरव्यू से जुड़े सवाल
गुरुवार को जाँच टीम की अध्यक्षता करने वाले रिटायर्ड जज लॉर्ड डायसन ने कहा था कि "इंटरव्यू हासिल करने के लिए जिन तरीक़ों का इस्तेमाल किया गया वो बीबीसी की पहचान रहे 'ईमानदारी और पारदर्शिता' जैसे उच्च मानकों से कमतर थी." राजकुमारी डायना का इंटरव्यू जिस वक़्त हुआ था, तब मार्टिन बशीर बीबीसी में जूनियर संवाददाता हुआ करते थे. उनके बारे में ऐसी कोई जानकारी नहीं थी कि उनका राजपरिवार में कोई ताल्लुक है. इसलिए जब उनके राजकुमारी का इंटरव्यू हासिल करने की बात सामने आई तो इससे लोगों को काफ़ी आश्चर्य हुआ था. लेकिन उस इंटरव्यू में जो बातें सामने आईं, उसके बाद इसकी चर्चा थम गई थी. इस इंटरव्यू के बारे में आलोचकों ने सवाल उठाये थे कि बीबीसी ने इंटरव्यू के लिए बशीर को इतनी जल्दी क्यों मंज़ूरी दे दी? उन्होंने जो बताया बीबीसी ने उसपर भरोसा किया और सच जानने के लिए आख़िर अर्ल स्पेन्सर से कोई सवाल क्यों नहीं किया? जज लॉर्ड डायसन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बशीर ने बीबीसी में अपने मैनजरों से भी ये झूठ कहा था कि उन्होंने किसी को फ़र्ज़ी दस्तावेज़ नहीं दिखाए. बल्कि जाँच रिपोर्ट में 1995 में बशीर ने जो कहा उसमें से कुछ हिस्से 'भरोसे लायक़ नहीं और कुछ मामलों में बेईमान' भी बताए गए हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीबीसी अपने मानकों पर खरा उतरने में 'स्पष्ट तौर पर नाकाम रहा' और 'इसके लिए उन्हें दुख है.'
बीबीसी ने ग़लती मानी, खेद जताया
अर्ल स्पेन्सर ने साल 2020 में इस मामले की स्वतंत्र जाँच कराने की माँग करते हुए कहा था कि इस इंटरव्यू को पाने के लिए 'बेईमानी' का सहारा लिया गया था. डेली मेल को दिये एक इंटरव्यू में अर्ल स्पेन्सर ने कहा था कि "मार्टिन बशीर ने मुलाक़ातों के दौरान शाही घराने के कई वरिष्ठ लोगों के ख़िलाफ़ झूठे और मानहानि से भरे दावे किये ताकि वो डायना तक पहुँच सकें और मेरा विश्वास हासिल कर सकें." बीबीसी के चेयरमैन रिचर्ड शार्प ने कहा है कि जाँच में सामने आई जानकारी को बीबीसी 'स्वीकार' करता है. उन्होंने कहा कि "बीबीसी लॉर्ड डायसन की रिपोर्ट के छपने का स्वागत करता है और इसमें छपी जानकारी को खुले दिल से स्वीकार करता है. हम इस बात को मानते हैं कि ऐसी नाकामियाँ रहीं जिन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता. हम ये भी मानते हैं कि ये ऐतिहासिक ग़लतियाँ थीं." मार्टिन बशीर, जो बीबीसी के अलावा कुछ अमेरिकी टीवी चैनलों में भी काम कर चुके हैं, उनके द्वारा किये गए राजकुमारी डायना के इटरव्यू ने तहलका मचा दिया था और इस जाँच रिपोर्ट के बाद, वे एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. पिछले सप्ताह ही स्वास्थ्य कारणों से मार्टिन बशीर ने बीबीसी को अलविदा कह दिया था.
इसके बाद उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि मुझे किसी और के जीवन में चल रहीं परेशानियों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है. वो उनके अपने निर्णय थे जो उनके जीवन की जटिलताओं पर आधारित थे. मैं अर्ल स्पेन्सर की टिप्पणियों और उनके पीछे की वजहों को समझ सकता हूँ. शाही परिवार और मीडिया के बीच जो मुश्किल ताल्लुकात हैं, उसकी ज़िम्मेदारी सिर्फ़ कंधों पर नहीं डाली जाना चाहिए." अर्ल स्पेन्सर ने लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस से भी इस मामले में बीबीसी से पूछताछ करने को कहा है. पुलिस का कहना है कि वो जज लॉर्ड डायसन द्वारा लिखी गई रिपोर्ट को प्राप्त करेगी और देखेगी कि इस मामले में कोई नया सबूत उन्हें मिल सकता है या नहीं, उसके बाद ही आगे की कार्यवाही पर निर्णय होगा.
इंटरव्यू में राजकुमारी डायना ने क्या कुछ बताया था?
बीबीसी पैनोरमा पर प्रसारित हुए इस इंटरव्यू में उन्होंने उस वक़्त राजघराने, अपने पति राजकुमार चार्ल्स के साथ अपनी शादी और राजकुमार के कैमिला पार्कर से रिश्तों पर खुलकर बात की थी. बीबीसी के लिए यह इंटरव्यू बेहद अहम साबित हुआ था. इससे पहले राजपरिवार के किसी सदस्य ने टेलीविज़न पर परिवार के बारे में इतनी बातें नहीं की थीं. इस इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि "उनके पति राजकुमार चार्ल्स का अफ़ेयर कैमिला पार्कर-बोवल्स (अब राजकुमार की पत्नी और डचेज़ ऑफ़ कॉर्नवेल) के साथ है जिस कारण वो असहज महसूस करती हैं."
अपनी शादी के बारे में उन्होंने कहा था कि इस शादी में "तीन लोग शामिल हैं." उन्होंने कहा था कि उन्हें बुलिमिया है. यह एक तरह की इमोशनल समस्या है जिसमें व्यक्ति को अपना वज़न घटाने की तीव्र इच्छा होती है, तो उसे कभी अचानक बहुत ज़्यादा खाने की इच्छा होती है. इसी तरह कभी भूखे रहने की, तो कभी उल्टियाँ करने की. राजकुमारी डायना ने उस इंटरव्यू में इस ओर भी इशारा किया था कि राजा बनने पर शायद राजकुमार चार्ल्स ज़िम्मेदारी संभाल ना पाएं. उन्होंने कहा था कि राजकुमार चार्ल्स के स्टाफ़ ने उनके ख़िलाफ़ एक तरह का अभियान छेड़ा हुआ है. अब से 27 साल पहले, 1995 में हुए इस इंटरव्यू को 2.3 करोड़ लोगों ने देखा था. उस समय उनके इस इंटरव्यू को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. इंटरव्यू प्रसारित होने के कुछ वक़्त बाद ही महारानी ने राजकुमार चार्ल्स और राजकुमारी डायना को ख़त लिखकर तलाक़ लेने को कहा था. 31 अगस्त 1997 को राजकुमारी डायना की एक कार हादसे में मौत हो गई थी.
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