ऑस्ट्रिया की राजकुमारी का 31 साल की आयु में निधन, भारतीय शेफ से हुई थी शादी
टेक्सास। ऑस्ट्रिया की राजकुमारी मारिया गलिट्जाइन का 31 साल की उम्र में निधन हो गया है। अमेरिकी चैनल फॉक्स न्यूज तरफ से बताया गया है कि ह्यूस्टन में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई है। मारिया की शादी भारतीय मूल के शेफ ऋषि रूप सिंह से हुई थी। इसके बाद उनका नाम बदलकर मारिया सिंह हो गया था। मारिया और ऋषि दो साल के बेटे मैक्सिम के माता-पिता थे।
अप्रैल 2017 में हुई थी शादी
मारिया हैबसर्ग वंश की उत्तराधिकारी थीं। पेशे से इंटीरियर डिजाइन मारिया अमेरिका के ह्यूस्टन में अपनी फैमिली के साथ रहती थीं। मारिया को अपने दो साल के बेटे मैक्सिम से बहुत प्यार था और वह उसे अक्सर 'आंखों का तारा' कहती थीं। अमेरिका में महाराजा कार्ल लीग की प्रतिनिधि सुजैन पीयरसन ने कहा, 'बड़े दुख के साथ इस खबर की पुष्टि करनी पड़ रही है कि राजकुमारी मरिया गलिट्जाइन का अचानक निधन हो गया है।' चार मई को मारिया का आकस्मिक निधन हुआ और आठ माई को फॉरेस्ट पार्क वेस्टहाइमर सेमेट्री में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
11 मई को था मारिया का बर्थडे
मारिया ने अप्रैल 2017 में ऋषि से शादी की और इसके बाद वह सुर्खियों में आ गई थी। ऋषि एक मशहूर शेफ हैं और ह्यूस्टन में ही काम करते हैं। ऋषि ह्यूस्टन के होटल डेरेक में एग्जिक्यूटिव शेफ हैं। यह बात और भी दिल दुखाने वाली है कि 11 मई को मारिया अपना 32वां बर्थडे मनाने की तैयारी करर ही थी। 11 मई 1988 मारिया का जन्म लक्जमबर्ग में हुआ था। सन् 1993 में पांच साल की उम्र में वह रूस चली गईं।
चार्ल्स प्रथम की वंशज मारिया
ग्रेजुएशन के बाद मारिया ने बेल्जियम के आर्ड एंड डिजाइन कॉलेस से आगे की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह अमेरिका आ गईं और शिकागो, इलिनियॉस जैसी जगहों पर रहीं। मारिया को अपने बेटे मैक्सिम से बहुत प्यार था। मारिया कुछ दिन ब्रसेल्स में भी रहीं हैं। मारिया, ऑस्ट्रिया के राजा चार्ल्स प्रथम के वंश से आती हैं जो कि ऑस्ट्रिया और हंगरी की राजगद्दी के आखिरी उत्तराधिकारी थे। चार्ल्स प्रथम को फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के बाद निकाल दिया गया था।
लेकिन मिली साधारण परवरिश
हालांकि उनकी बहन राजकुमारी तातियाना ने ह्यूस्टन क्रॉनिकल को साल 2018 में बताया था कि उनका पालन पोषण शाही तरीके से नहीं हुआ है। तातियाना ने कहा था, 'हमारी जिंदगी पूरी तरह से साधारण है। हां जब कभी शाही शादियों में इनवाइट किया जाता तो अहसास होता कि हम राजकुमारी हैं क्योंकि उस पर नाम के आगे प्रिंसेज लिखा होता था।'