कोरोना से बचने के लिए शख्स ने वॉशिंग मशीन में धोये 14 लाख, फिर उसे माइक्रोवेव ओवन में सुखाया
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया है। कोरोना की वैक्सीन नहीं होने के चलते सरकार लोगों से ज्यादा सावधानियां बरतने की अपील कर रही है। इस बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो जरूरत से ज्यादा सावधानी बरतकर खुद को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जी, हां एक शख्स ने कोरोना से बचने के लिए लाखों के नोट धो डाले। जब नोट को नुकसान पहुंचा, तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।
कोरोना से बचने का आइडिया पड़ा उल्टा
दरअसल दक्षिण कोरिया में एक शख्स को काफी नगदी मिली थी, जो भारत के हिसाब से करीब 14 लाख रुपये थी। कोरिया में भी कोरोना का प्रकोप काफी ज्यादा है। नोटों से संक्रमण न फैले इसके लिए उस शख्स के दिमाग में एक आइडिया आया। उसने सारे नोट वॉशिंग मशीन में डाले और उसे धुल दिया। उसने सोचा कि ऐसा करने पर अगर नोट में कोरोना वायरस होगा तो वो खत्म हो जाएगा, लेकिन पूरा मामला उल्टा पढ़ गया।
ओवन में सुखाने का प्लान फेल
सारे नोट गीले हो चुके थे और कुछ को ज्यादा नुकसान भी पहुंचा था। ऐसे में उस शख्स के दिमाग में दूसरा आइडिया आया। उसने नोट को सुखाने का प्लान बनाया, वो भी माइक्रोवेव ओवन में। ओवन ने बची कुची कसर भी पूरी कर दी, जो नोट धुलाई में बच गए थे वो जल गए। इस पर वो शख्स परेशान हो गया। अब तीसरा आइडिया दिमाग में लाने की बचाए वो सीधे बैंक पहुंच गया।
बैंक ने बदले कुछ नोट
बैंक पहुंचने के बाद उसने नोट बदलने के बारे में पूछताछ की। इस पर बैंक कर्मियों ने इसे साधारण मामला समझकर नियम बता दिए। फिर बाद में शख्स ने उन्हें पूरी कहानी समझायी। जिसे सुन उनके होश उड़ गए। बैंक अधिकारियों के मुताबिक नोटों की हालत बहुत खराब थी। उसमें में सही नोटों का चुनाव किया गया, बाकी के उस शख्स को वापस दे दिए गए, क्योंकि वो चलने लायक नहीं थे। बैंक अधिकारियों के मुताबिक 19,320 डॉलर की करेंसी उस शख्स को दे दी गई है। कोरोना से बचने के चक्कर में शख्स का बड़ा नुकसान हो गया। इन दिनों ये मामला खुब सुर्खियों में है।
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