मलाला के आगे फेल ब्रिटिश बच्चे, मलाला को मिले सबसे ज्यादा नंबर
लंदन। वर्ष 2012 में जिस तालिबान ने मलाला युसूफजई को पढ़ाई करने से रोकने के लिए उसके सिर में गोली मार दी थी, आज उसी मलाला ने अपने एक लक्ष्य को हासिल कर लिया है। पाकिस्तान की मलाला युसूफजई जिसने वर्ष 2014 में सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया, उसने ब्रिटिश स्कूल एग्जाम में सबसे ज्यादा नंबर हासिल किए हैं।
मलाला के पिता जियाउददीन यूसुफजई ने ट्वीट किया कि उनकी बेटी मलाला का पढ़ाई में समर्पण सफल रहा और 18 साल की मलाला ने अपने ओ लेवल परीक्षाओं में छह सर्वाधिक संभव ए प्लस ग्रेड और चार दूसरा सर्वाधिक- ए ग्रेड प्राप्त किया।
My
wife
Toor
Pekai
and
I
are
proud
of
Malala
getting
6A*s
and
4As.
#education
for
every
child.
pic.twitter.com/lfoKBLMGYz
—
Ziauddin
Yousafzai
(@ZiauddinY)
August
21,
2015
यूसुफजई ने लिखा, ‘मेरी पत्नी तूर पेकई और मुझे छह ए प्लस और चार ए (ग्रेड) पाने वाली मलाला पर गर्व है'। तालिबान ने उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में उनके शासन के बारे में डायरी लिखने वाली मलाला को गोली मार दी थी।
मलाला हमेशा से ही बच्चियों की पढ़ाई की वकालत करती आई है और उसका मानना है कि सिर्फ शिक्षा के जरिए ही दुनिया की सूरत को बदला जा सकता है। इसमें कोई शक नहीं है कि आज मलाला दुनिया भर में न सिर्फ बच्चों बल्कि बड़े उम्र के लोगों की भी आदर्श बन गई है।