श्रीलंका के संसदीय चुनावों में महिंदा राजपक्षे को मिली प्रचंड जीत, नतीजों से पहले ही पीएम मोदी ने दे दी बधाई
कोलंबो। श्रीलंका में हुए संसदीय चुनावों में महिंदा राजपक्षे की पार्टी श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) ने विशाल जीत दर्ज की है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सबसे पहले बधाई थी। गुरुवार को नतीजों से पहले ही पीएम मोदी ने फोन करके राजपक्षे को बधाई दे दी थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी रीडआउट में पीएम मोदी और राजपक्षे के बीच हुई बातचीत का ब्यौरा दिया गया है। पीएम मोदी पहले ऐसे वर्ल्ड लीडर हैं जिन्होंने राजपक्षे को चुनावों में मिली जीत के लिए बधाई दी है।
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फोन कर राजपक्षे को दी बधाई
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी रीडआउट में कहा गया, 'पीएम मोदी ने श्रीलंका में सफलतापूर्वक हुए संसदीय चुनावों के लिए उन्हें बधाई दी। कोविड-19 महामारी के काल में चुनावों को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए पीएम मोदी ने सरकार और श्रीलंका के चुनाव आयोग की सराहना की।' पीएम मोदी ने इसके बाद ट्वीट कर लिखा, 'धन्यवाद, प्रधानमंत्री, आपसे बात करके खुशी हुई। एक बार फिर आपको बधाईयां।' राजपक्षे ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी को बधाई के लिए कॉल करने के लिए शुक्रिया कहा। 74 वर्षीय राजपक्षे ने उम्मीद जताई है कि भारत और श्रीलंका के बीच आपसी सहयोग बढ़ेगा। चुनावों के बाद राजपक्षे की वापसी श्रीलंका की राजनीति में बहुत ज्यादा मजबूती के साथ हुई है।
पूर्व पीएम को मिली करारी हार
शुक्रवार को चुनाव के अंतिम नतीजे इलेक्शन कमीशन की तरफ से घोषित कर दिए गए। इन चुनावों को दो बार स्थगित किया ज चुका था। एसएलपीपी ने 145 सीटों पर जीत हासिल की है और साथी दलों को 150 सीटें मिली हैं। श्रीलंका की संसद में 225 सीटें हैं और राजपक्षे ने दो तिहाई बहुमत पहले ही हासिल कर लिया है। पार्टी को हर जगह से करीब से 60 प्रतिशत वोट्स हासिल हुए हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे ने नवंबर 2019 में हुए राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने चुनावों को छह माह के अंदर कराने के आदेश दिए थे। वहीं पूर्व पीएम रानिल विक्रमसिंघे को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। वह कोलंबो में अपनी सीट भी नहीं बचा सके और उनकी पार्टी ज्यादातर संसदीय क्षेत्र में चौथे नंबर पर आई है।