लंदन: 9 जुलाई तक हिरासत में भेजा गया नीरव मोदी, सुनवाई के दौरान साधे रहा चुप्पी
नई दिल्ली: भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी के मामले में गुरुवार को ब्रिटेन की अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने नीरव मोदी को 9 जुलाई तक हिरासत में भेज दिया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में नीरव मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुआ। इस दौरान नीरव कागज पर कुछ लिखता हुआ नजर आया। साथ ही सुनवाई के दौरान चुप्पी साधे रहा। नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक के साथ करीब दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
रिपोर्ट के मुताबिक अभी कोर्ट ने नीरव मोदी को 28 दिनों की रिमांड पर भेजा है। अगली सुनवाई भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी, इस दौरान उसके प्रत्यर्पण को लेकर अदालत भारत सरकार और नीरव के वकील का पक्ष सुनेगी। सुनवाई के दौरान जज सैमुअल गूजी ने नीरव से कहा कि सात सितंबर को आपके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया के संबंध में हो रही सुनवाई से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आपकी पेशी होगी। पूरी सुनवाई के दौरान नीरव ने मुंह नहीं खोला, कोर्ट को सिर्फ उसने अपना नाम और राष्ट्रीयता बताई।
नीरव मोदी-मेहुल चोकसी की 1350 करोड़ रुपए की ज्वेलरी हॉन्गकॉन्ग से लेकर आई ED
मानसिक
बीमारी
का
हवाला
दे
रहे
वकील
भगोड़े
नीरव
मोदी
को
मार्च
2019
में
लंदन
में
गिरफ्तार
किया
गया
था,
तब
से
वो
ब्रिटेन
की
जेल
में
बंद
है।
भारत
उसके
खिलाफ
वहां
की
अदालत
में
प्रत्यपर्ण
की
कानूनी
लड़ाई
लड़
रहा
है।
पिछले
दिनों
सुनवाई
के
दौरान
नीरव
मोदी
के
वकील
ने
कहा
था
कि
वो
वर्तमान
समय
में
गंभीर
मानसिक
बीमारी
से
ग्रसित
है,
उसका
भारत
की
जेल
में
विशेषकर
आर्थर
रोड
जेल
में
उचित
इलाज
नहीं
हो
सकता
हैं।
जेल
की
स्थितियों
पर
भारतीय
सरकार
का
आश्वासन
अपर्याप्त
हैं।
ऐसे
में
उनका
भारत
को
प्रत्यार्पण
करना
उचित
नहीं
होगा।