यूरोप में कोरोना वायरस की वजह से फिर बिगड़ी स्थिति, कई देशों में फिर से लगाए गए प्रतिबंध
लंदन। यूरोप में सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम के आते ही कोरोना वायरस के मामलों में भी बेतहाशा वृद्धि होने लगी है। अभी तक यूरोप में कोरोना के मामलों पर नियंत्रण था लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां पर जो केसेज आ रहे हैं उसने चिंताएं बढ़ा दी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में अब अमेरिका, ब्राजील और भारत की तुलना में कहीं ज्यादा केसेज आ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से यूरोप की सरकारों से अपील की गई है कि कड़े प्रतिबंधों को लागू किया जाए और कई देशों ने यह ऐलान भी कर दिया है।
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इंग्लैंड में शुक्रवार से लॉकडाउन
इंग्लैंड में शुक्रवार से आधी रात को लॉकडाउन लगा दिया जाएगा। टीयर 2 लॉकडाउन के तहत किसी को भी अपने घर में लोगों को बुलाने की मंजूरी नहीं होगा। साथ वह किसी घरों से बाहर भी नहीं निकलेंगे। लंदन में लॉकडाउन की वजह से एक बार फिर 90 लाख लोगों को पब्स और रेस्टोरेंट में जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। अब यहां की आबादी इन जगहों पर जाकर लोगों से नहीं मिल सकेगी। लंदन में सांसदों को सरकार के इस आदेश के बारे में गुरुवार को कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए जानकारी दे दी गई है। लंदन के मेयर सादिक खान पिछले काफी समय से लोगों को आगाह करते आ रहे थे कि संक्रमण दर में इजाफा हो रहा है और आने वाले समय में सख्त फैसले लेने पड़ेंगे। इंग्लैंड में थ्री टीयर सिस्टम है और इस सिस्टम के तहत देश में लोगों को मीडियम हाई या फिर हाई रिस्क की कैटेगरी में रखा जा रहा है। मीडियम लेवल में वही प्रतिबंध हैं जो शुक्रवार से लागू हो रहे हैं तो हाई लेवल में लोगों को घरों के अंदर आने की मंजूरी नहीं है। साथ ही तीसरी स्तर पर बहुत कड़े प्रतिबंध होते हैं जिनमें बार को भी बंद करना शामिल होता है।
फ्रांस में नाइट कर्फ्यू
फ्रांस में एक ही कोरोना वायरस के 30,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। यह अब तक को सर्वाधिक आंकड़ा है। फ्रांस में शनिवार से पेरिस समेत आठ और शहरों में राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो की तरफ से नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया गया है। गुरुवार को यहां पर 30,621 नए मामले सामने आए जबकि एक ही पहले यानी बुधवार को 22,591 कोविड-19 केसेज सामने आए थे। बुधवार को राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों ने तेजी से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। पेरिस और आठ शहरों जिसमें मर्सिले और ल्योन भी शामिल हैं, वहां के लोगों पर जब तक बहुत जरूरी न हो घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। यह पांबदी शनिवार रात नौ बजे से लागू होगी और सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी। राष्ट्रपति मैंक्रो के मुताबिक उनका लक्ष्य रोजाना सामने आ रहे मामलों का आंकड़ा 3,000 तक करना है।
जर्मनी, इटली और स्पेन में भी सब बंद
इटली, जर्मनी और स्पेन में भी स्थितियां बिगड़ने लगी हैं। डब्लूएचओ के यूरोप ऑफिस के मुखिया डॉक्टर हैंस क्लग ने कहा है कि महामारी की रोकथाम के लिए यह बहुत जरूरी है। उनका कहना है कि अगर सरकारों ने अभी प्रतिबंध नहीं लगाया तो फिर मृत्यु दर अप्रैल की तुलना में पांच गुना ज्यादा होगी। गुरुवार से पोलैंड ने रेड जोन की पहचान कर दी है। रेड जोन में स्कूल और जिम बंद रहेंगे। इटली की बात करें तो यहां पर कैम्पानिया क्षेत्र जिसमें नेपल्स सिटी भी शामिल है, वहां पर दो हफ्तों का लॉकडाउन लगा दिया गया है। नेपल्स में टेस्टिंग शुरू होने के बाद सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। चेक रिपब्लिक में स्कूल और बार्स बंद कर दिए गए हैं। लेकिन इसके बाद भी इनफेक्शन की दर में इजाफा हो रहा है।
नीदरलैंड्स में तीन मेहमानों को अनुमति
जर्मनी में गुरुवार को 6,638 कोरोना के मामले सामने आए हैं। यह देश में अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। देश में हाई रिस्क एरियाज में स्थित सभी बार और रेस्टोरेंट्स को बंद कर दिया गया है। पुर्तगाल में भी सरकार ने कहा है कि गुरुवार से सिर्फ पांच लोगों को ही किसी सार्वजनिक जगह में इकट्ठा होने की मंजूरी है। शादियों और बैप्टिज्म कार्यक्रमों में सिर्फ 50 मेहमानों की ही मंजूरी होगी। इसके साथ यूनिवर्सिटीज पार्टियों को बैन कर दिया गया है। स्पेन के कैटालोनिलया में भी रेस्टोरेंट्स को बंद कर दिया गया है। सिर्फ टेकअवे को ही मंजूरी दी गई है। जिम और सभी सांस्कृतिक प्रतिष्ठानों को सिर्फ 50 प्रतिशत क्षमताओं के साथ खोलने की मंजूरी है। जबकि सभी दुकानों और शॉपिंग सेंटर्स को सिर्फ 30 प्रतिशत क्षमताओं के साथ खोले जाने की इजाजत है। नीदरलैंड्स में भी सभी बार, रेस्टोरेंट्स और कॉफी शॉप्स को बंद कर दिया गया है। सिर्फ टेकअवे को ही अनुमति दी गई है। घरों में बस तीन मेहमानों की ही अनुमति दी गई है।