जंगल का राजा कहा जाने वाला शेर हुआ कुपोषण का शिकार, तस्वीरें देख रहे जाएंगे हैरान
खार्तून। इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ शेरों की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। तस्वीरों के वायरल होने के पीछे की वजह है, इन अफ्रीकी शेरों का कुपोषित होना। हालात ये हैं कि अब ये नादान जानवर कुपोषण से मरने की कगार पर हैं। ये तस्वीरें सूडान की राजधानी खार्तून के अल-कुरेशी पार्क की हैं। जानवरों को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बीते कई दिनों से इन्हें नसों में तरल पदार्थ दिया जा रहा है।
बिना खाने और दवाइयों के कमजोर हुए शेर
ये शेर बिना खाने और दवाइयों के काफी कमजोर हो चुके हैं। डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सूडान में इस वक्त आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं, जिस कारण वहां पर खाने के दाम काफी बढ़ गए हैं। ये देश विदेशी मुद्रा की कमी के कारण इस आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। जिसका असर यहां के जानवरों पर भी हो रहा है। शेरों की जान बचाने के लिए सोशल मीडिया पर #SudanAnimalRescue अभियान शुरू किया गया है।
दो से तीन तिहाई तक कम हुआ वजन
अभियान की शुरुआत करने वाले ओस्मान सालिह ने फेसबुक पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है कि मैं इच्छुक लोगों और संस्थानों से इन जानवरों की मदद करने का आग्रह करता हूं। वहीं मामले पर पार्क के अधिकारियों का कहना है कि बीते कुछ हफ्तों में इन जानवरों की स्थिति खराब हो गई है। इनका वजन भी दो से तीन तिहाई तक कम हो गया है। एक अधिकारी ने कहा कि जानवरों के लिए हमेशा खाने की व्यवस्था नहीं हो पाती है, कई बार हम अपने पैसों से इन्हें खाना खिलाते हैं। पार्क के दूसरे अधिकारी का कहना है कि ये जानवर गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
1993 से 2014 के बीच 43 फीसदी घटी आबादी
हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि सूडान में कितने शेर हैं, लेकिन कई इथियोपिया की सीमा पर स्थित डिंडर पार्क में रहते हैं। हैरानी इस बात की है कि अफ्रीकी शेरों को अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संगठन (IUCN) द्वारा 'असुरक्षित' प्रजातियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। बावजूद इसके ये इतनी खराब हालत में रह रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि शेरों की आबादी 1993 से 2014 के बीच 43 फीसदी घट गई है। जिसके बाद इस प्रजाति के महज 20 हजार शेर ही जीवित बचे हैं।