विमान में बम रख के 115 की जान लेने वाली महिला का बड़ा खुलासा
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कुछ ही समय बाद दक्षिण कोरिया में विंटर ओलंपिक होने वाले हैं, इसमें हैरान करने वाली बात ये हैं कि इन खेलों में उत्तर कोरिया भी भाग ले रहा है। उत्तर कोरिया के भाग लेने पर सबसे ज्यादा कोई हैरान हैं तो वो है किम ह्विन-हुई। किम ह्यिम-हुई उत्तर कोरिया की जासूस रह चुकी हैं। साल 1998 में दक्षिण कोरिया में हुए ओलंपिक से पहले उन्होंने दक्षिण कोरियाई विमान में बम लगा दिया, जिसमें 115 लोगों की मौत हो गई थी।
इंटरव्यू में किम ने कही कई बातें
हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उनका कहना है कि उत्तर कोरिया का आखिरी मक़सद अपना परमाणु कार्यक्रम पूरा करना है, खेल उनके लिए एक ढोंग है। किम ह्विन-हुई के मुताबिक उनके दिमाग में परमाणु हथियारों के सिवा कुछ नहीं है।
उत्तर कोरिया पर बनाना होगा दबाव
किम ह्विन-हुई ने कहा कि उत्तर कोरिया को सिर्फ बातों से ही नहीं बदला जा सकता, उसके लिए दबाव की रणनीति ही कारगर हो सकती है। इंटरव्यू में किम ने विमान में बम लगाने के बारे में बताया और कहा कि उनके पास एक छोटा जापानी रेडियो था, जिसमें मैंने बम का डेटोनेटर लगाया था। उसके बगल में एक प्लास्टिक का बैग रखा था, जिसमें लिक्विड बम था, जो मैंने(किम) विमान की शेल्फ में रख दिया था।
राष्ट्रपति रो ते-वू ने उन्हें माफी दे दी
इस धमाके में 115 लोगों की मौत हो गई थी, बाद में साल 1989 में एक दक्षिण कोरियाई अदालत ने किम को मौत की सजा सुना दी, लेकिन बाद में राष्ट्रपति रो ते-वू ने उन्हें माफी दे दी। हमला करने में किम के साथ एक पुरुष भी शामिल था जब दोनों को पकड़ा गया तो उन्होंने सायनाइड लगी हुई सिगरेट मुंह से काट ली, जिससे उनकी मौत हो गई। लेकिन ह्विन-हुई बच गईं।
दक्षिण कोरिया में एक गोपनीय जगह पर रहती हैं किम
अब ह्विन-हुई 56 साल की हैं और वो दक्षिण कोरिया में एक गोपनीय जगह पर सुरक्षा गार्डों के घेरे में रहती हैं और उन्हें डर है कि उत्तर कोरियाई सरकार उनकी हत्या करना चाहती है। ये बात उन्होंने अपने इंटरव्यू के दौरान कही।
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