हवाई में किलाएवा ज्वालामुखी के लावा की वजह से तबाह हुए 21 घर
हवाई द्वीप में दुनिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाएवा में ब्लास्ट के बाद से यहां पर इमरजेंसी के हालात हैं। रविवार तक यहां पर तबाह होने वाले घरों की संख्या बढ़कर 21 तक पहुंच गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा में ज्वालामुखी का लावा 200 फीट या 61 मीटर से भी ज्यादा है।
होनोलूल। हवाई द्वीप में दुनिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाएवा में ब्लास्ट के बाद से यहां पर इमरजेंसी के हालात हैं। रविवार तक यहां पर तबाह होने वाले घरों की संख्या बढ़कर 21 तक पहुंच गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा में ज्वालामुखी का लावा 200 फीट या 61 मीटर से भी ज्यादा है। यहां से अब तक 1700 लोगों को निकाला गया है और अगले कुछ समय तक ये लोग अपने घर नहीं आ सकते हैं। हवाई के अधिकारियों का कहना है कि तबाह हुए घर लीलानी एस्टेट में हैं और एरियल सर्वे के बाद ही बर्बाद हुए घरों का आधिकारिक आंकड़ां हासिल हो सकेगा।
सड़कों पर फैला है लावा
हवाई काउंट के प्रवक्ता जेनेट सिनेडर ने कहा है कि संख्या में परिवर्तन हो सकता है और यह वाकई दिल तोड़ने वाला है। 37 वर्ष की टीचर और दो बच्चों की सिंगल मदर अंबर माकुआने ने बताया है कि लीलानी एस्टेट में उनका तीन बेडरूम वाला घर पूरी तरह से नष्ट हो गया है। शनिवार को अंबर को उनके सिक्योरिटी सिस्टम से अलर्ट मिला और उसके बाद से ही उनके घर में लगे मोशन सेंसर्स का बजना जारी था। बाद में उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि लावा ने उनके घर को पूरी तरह से कवर कर लिया था। उनके बच्चे उनसे बस एक ही सवाल कर रहे हैं कि मम्मी हम कब घर कब जाएंगे? अंबर पिछले नौ वर्षों से इस घर में रह रही थीं उनके माता-पिता भी यही रहते हैं। करीब 240 लोगों और 90 पालतू जानवरों को शनिवार रात शेल्टर्स में भेजा गया था। अमेरिकी रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से यह जानकारी दी गई है। किलाएवा ज्वालामुखी में ब्लास्ट के बाद सड़कों पर लावा फैला हुआ है और आसपास के लोगों को सल्फर व जले पेड़ों की गंध आ रही थी। इससे यहां पर स्थानीय लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें हो रही हैं।
लोगों का धार्मिक विश्वास
ज्वालामुखी में ब्लास्ट के बाद इस बात के कोई संकेत नहीं मिल सके थे कि लावा कितनी दूर तक फैलेगा या फिर इसे कैसे रोका जा सकता है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की ओर से कहा है कि जब तक मैग्मा निकलेगा ज्वालामुखी का फटना जारी रहेगा। हवाई में बसे पुराने लोगों का मानना है कि ज्वालामुखी की देवी पेले पर सबकुछ निर्भर है जो किलाएवा में ही रहती हैं। यहां के स्थानीय नागरिक स्टीव क्लैपर से जब पूछा गया कि वह लीलानी एस्टेट के अपने घर में कब वापस आएंगे तो उनका कहना था कि अब आपको यह सवाल पेले से पूछना होगा। हवाई द्वीप में दुनिया के एक सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाएवा में ब्लास्ट होने और फिर शुक्रवार को भूकंप आने के बाद हवाई में इमजरजेंसी घोषित कर दी गई है। पहले ज्वालामुखी फटने और फिर भूकंप की वजह से यहां के करीब रिहायशी इलाके में बसे हजारों लोग घरों को छोड़कर चले गए हैं।