केरल विमान हादसा: दो यात्री जिनकी आखिरी समय पर छूटी फ्लाइट, अब भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे
नई दिल्ली। अक्सर ऐसा होता है कि जब किसी की फ्लाइट या ट्रेन छूट जाती है तो उसे बहुत अफसोस होता है, लेकिन दुबई से भारत आ रहे दो लोग फ्लाइट छूट जाने पर भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। दरअसल दुबई से केरल आ रहा एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमे पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई। इस विमान में दो और लोग जिन्होंने अपना टिकट बुक कराया था वह विमान में सवार नहीं हो सके। लेकिन जब विमान केरल के कोझिकोड में दुर्घटना का शिकार हुआ तो ये लोग भगवान का इस बात के लिए शुक्रिया अदा कर रहे थे कि वह इस विमान में सवार नहीं थे।
Recommended Video
आखिरी समय पर यात्रा हुई रद्द
यूएई के शारजाह में एक स्कूल में ऑफिस ब्वॉय के तौर पर काम करने वाले नोफाल नोईन वेट्टन ने इस विमान में अपना टिकट बुक कराया था। यही नहीं तय समय के अनुसार वह एयरपोरट पर चेक इन भी कर चुके थे। लेकिन विमान में सवार होने से पहले एयरपोर्ट स्टाफ को इस बात की जानकारी मिली कि उनका वीजा एक हफ्ते पहले ही रद्द हो चुका है, जिसकी वजह से वह विमान में सवार नहीं हो सके। वेट्टन जब विमान में सवार नहीं हो सके तो वह काफी निराश हो गए, लेकिन इस हादसे के बाद वह ईश्वर का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
वीजा रद्द होने से नहीं जा सके विमान में
वेट्टन ने कहा कि मुझे मेरा बोर्डिंग पास भी मिल गया था, लेकिन जब मैं आव्रजन काउंटर पहुंचा तो उन्होंने मुझे कहा कि मैं तय समय से अधिक समय तक रुका जिसकी वजह से मुझे 20430 रुपए का जुर्माना देना होगा, लेकिन उस वक्त मेरे पास सिर्फ 10215 रुपए ही थे। जिसकी वजह से मुझे विमान में बैठने नहीं दिया गया। मैंने अपने स्कूल के पीआरओ को फोन करके इस बारे में बताया तो उसने कहा कि वापस लौट आओ। उन्होंने मुझसे कहा कि हम नियमों का पालन करेंगे और जुर्माना भरने के बाद दोबारा मुझे भेजेंगे। हादसे के बारे में जब मुझे पता चला तो मुझे विमान में सवार सभी यात्रियों के लिए बहुत दुख हुआ।
आखिरी समय पर विमान में नहीं जाने दिया गया
वहीं अबू धाबी में रहने वाले अफजल पर्राकोडन भी विमान में सवार नहीं हो सके। उनके वीजा की भी अवधि एक हफ्ते पहले खत्म हो गई थी। अफजल ने बताया कि मुझे बोर्डिंग पास मिलने के बाद बताया गया कि मेरा वीजा रद्द हो गया, लिहाजा मुझे 20430 रुपए का जुर्माना देना होगा। लेकिन मेरे पास सिरफ 10215 रुपए ही थे। जिसकी वजह से मुझे विमान में सवार नहीं होने दिया गया। मैं अपने घर, अपने परिवार के पा जाना चाहता था। मैंने अपने दोस्त को फोन किया, वह 10215 रुपए लेकर आया, लेकिन तबतक मेरा सामान विमान से उतारा जा चुका था और विमान के दरवाजे बंद हो चुके थे। मुझे जब विमान के हादसे के बारे में पता चला तो मैंने ऊपर वाले का शुक्रिया अदा किया।