अफगानिस्तान में ISIS पर ड्रोन हमले में मारा गया केरल का मोहम्मद मोहसिन
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में अमेरिका के ड्रोन हमले में केरल के एक व्यक्ति की मौत हो गई है। अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में केरल के मोहम्मद मोहसिन के मारे जाने की पुष्टि की है। हमला अफगानिस्तान के ननगरहार प्रांत में हुआ था। बताया जा रहा है कि इस हमले के बाद भी 59 लोग जिसमें महिलाएं, बच्चे और पुरुष शामिल हैं, आईएसआईएस की खोरसान विंग का हिस्सा हैं। मोहम्मद मोहसिन केरल के मल्लपुरम जिले के इदापप्ल टाउन का रहने वाला था।
23 जुलाई को अफगानिस्तान से आया फोन
केरल पुलिस और इंटेलीजेंस अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि 23 जुलाई को मोहसिन के मारे जाने की खबर उसके परिवार वालो को दी गई थी। मोहसिन के साथ इस ड्रोन हमले में पाकिस्तान का आईएसआईएस कमांडर हुजैफा अल-बाकिस्तानी भी मारा गया है। हुजैफा, भारत में आईएसआईएस के लिए ऑनलाइन भर्ती करता था और खासतौर जम्मू कश्मीर के युवा उसका सबसे बड़ा टारगेट होते थे। मोहसिन के घर वालों को उसकी मौत की खबर देने के लिए जिस नंबर से कॉल किया गया था वह अफगानिस्तान का था। मोहसिन की मौत के बाद से एक बार फिर केरल की तरफ सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान गया है।अक्सर इस बारे में बातें होती हैं कि केरल के युवाओं का आईएसआईएस के प्रति खासा लगाव है। वेस्ट एशिया खासतौर पर सऊदी अरब, यूएई, कतर और ओमान के आलावा केरल से भी बड़े पैमाने पर आईएसआईएस के लिए युवा जा रहे हैं।
98 लोग आईएसआईएस का हिस्सा
गृह मंत्रालय के पास जो डाटा हैं वह 15 जून तक के हैं और इन आंकड़ों के मुताबिक 98 लोग संगठन से जुड़े हैं। इनमें 21 महिलाएं और 37 बच्चे भी हैं, जो आईएसआईएस का हिस्सा हैं। 59 लोगों में से बच्चों की भागीदारी सबसे ज्यादा है जो वेस्ट एशिया के रास्ते अफगानिस्तान पहुंचे हैं। ये सभी परिवार पश्चिमी अफगानिस्तान में रह रहे हैं जिसका रास्ता दक्षिण एशिया के खैबर और बोलान पास से जुड़ा है। केरल के कुन्नूर जिले से आईएसआईएस के लिए सबसे ज्यादा लोग भर्ती हुए हैं। कम से कम 15 लोग संगठन का हिस्सा हैं जिसमें से 15 की मौत पहले ही हो चुकी है। इसके अलावा कसारगोड, कोझीकोड, मल्लपुरम, पल्लाक्कड, एर्नाकुलम और थ्रिसूर जिले भी कुन्नूर के रास्ते पर हैं।