करतापुर कॉरिडोर के काम पर नहीं होगा भारत से रिश्तों का असर: पाक विदेश मंत्रालय
करतापुर कॉरिडोर के काम पर भारत से रिश्तों का असर नहीं: पाक विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि करतारपुर कॉरिडोर का काम पुरानी स्पीड से ही चलता रहेगा, कॉरिडोर के काम पर भारत से रिश्तों में आए तनाव का असर नहीं होगा। भारत की ओर से जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा खत्म किए जाने और इसके विरोध में पाक की ओर से भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित किए जाने और कारोबारी रिश्ते सस्पेंड किए जाने के बाद पाक विदेश मंत्रालय का ये बयान आया है।
पाकिस्तान की ओर से भारत के साथ कूटनीतिक संबंधों को लेकर किए फैसलों के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को करतारपुर कॉरिडोर के काम को लेकर चिंता जाहिर की थी। सिंह ने कहा था कि उम्मीद करता हूं इस घटनाक्रम से करतारपुर गलियारा प्रभावित नहीं होगा और पाकिस्तान इसके काम को रोककर सिखों की भावना को ठेस नहीं पहुंचाएगा। अब पाक विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि करतारपुर गलियारे का काम जैसे चल रहा है, वैसे ही चलता रहेगा।
बीते हफ्ते ही पाकिस्तान की मीडिया में जानकारी दी गई थी कि करतारपुर गलियारे पर काम तेजी से हो रहा है और 'जीरो लाइन' से गुरद्वारा साहिब तक का करीब 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। इस साल नवंबर में गुरु नानक की 550वीं जयंती के मौके पर इसका उद्घाटन किये जाने की योजना है। ये गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा। इससे भारतीय सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त आवागमन की सुविधा मिलेगी। इन श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल एक 'परमिट प्राप्त करना होगा।
करतारपुर साहिब पाकिस्तान-भारत सीमा से चार किलोमीटर दूर नरोवाल में एक छोटा सा नगर है जहां गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताये थे। पाकिस्तान भारतीय सीमा से करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण करेगा जबकि गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से सीमा तक गलियारे के दूसरे भाग का निर्माण भारत करेगा।
गुलाब नबी आजाद को श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद भेजा गया दिल्ली वापस